Post by gauravrousa on Oct 9, 2010 20:53:23 GMT 5.5
Gujjar power in greater noida
SP rural Atul saxena and incharge kaasna thana....fled away when gujjars went out in Kaasna kotwali and captured kotwali,
Oct 08,09:03
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता : 'खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे।' यह कहावत मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बृहस्पतिवार देर रात पुलिस ने चरितार्थ कर दी। लगातार हो रही लूटपाट रोकने में नाकाम पुलिस निर्दोषों पर गुस्सा उतार रही है। खाने का पैसा मांगने पर वर्दीधारी दबंगों ने होटल मालिक, उसके भाई और रिश्तेदार की बेरहमी से पिटाई कर दी। होटल मालिक दनकौर सहकारी को-ऑपरेटिव सहकारी समिति का अध्यक्ष है। पुलिसिया तानाशाही के खिलाफ शुक्रवार को लोग सड़क पर उतर आए। उनका आरोप है कि क्षेत्राधिकारी की सह पर पुलिस ने यह जुल्म किया, लिहाजा उनके खिलाफ मामला दर्ज हो। एसएसपी अशोक कुमार सिंह ने दो सिपाहियों को निलंबित और कासना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय प्रकाश को हटा दिया है। जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल ने क्षेत्राधिकारी के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
दनकौर क्षेत्र के गांव महमूदपुर निवासी नरेंद्र नागर का अमृतपुरम मार्केट में कान्हा रेस्टोरेंट है। होटल की देखरेख उनका छोटा भाई रवींद्र करता है। दोनों बसपा से जुड़े हैं। बृहस्पतिवार रात 11:30 बजे कासना कोतवाली के सिपाही नरेश व राकेश सादे कपड़ों में नशे में धुत रेस्टोरेंट पहुंचे। खाना खाने के बाद दोनों जाने लगे तो पैसे मांगने पर एक कर्मचारी से उनकी कहासुनी हो गई। एक सिपाही ने रौब दिखाने के लिए सरकारी पिस्टल कर्मचारी के मुंह में रख दी। बीच बचाव करने गए दूसरे कर्मचारी ने सिपाही से पिस्टल छीन ली तो दोनों मारपीट करने लगे। सिपाहियों ने ही इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे दी।
सूचना पर क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र लाल, कोतवाली कासना प्रभारी विजय प्रकाश दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्टोरेंट कर्मचारियों व संचालक रवींद्र पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। रवींद्र ने फोन पर बड़े भाई नरेंद्र नागर व रिश्तेदार अजय कुमार को इसकी जानकारी दी। दोनों के पहुंचते ही पुलिस उन पर भी टूटी पड़ी। उनकी पैंट उतरवा पुलिस ने बोलेरो के बोनट पर लिटा जमकर लाठी बरसाई। बीच बचाव करने पहुंचे आस-पास के लोगों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा और नरेंद्र, अजय व रविंद्र को गिरफ्तार कर ले गई। वहां भी तीनों की जमकर पिटाई हुई, जिसमें नरेंद्र व रवींद्र का हाथ टूट गया।
पुलिसिया जुल्म की सूचना शुक्रवार तड़के आसपास के गांवों में पहुंची तो सैकड़ों लोग कासना कोतवाली पहुंच गए। तब पुलिस ने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और सैकड़ों लोगों ने क्षेत्राधिकारी व कोतवाल को हटाने की मांग पर कैलाश अस्पताल में हंगामा किया। भीड़ ने एसपी देहात अतुल सक्सेना व सीओ के साथ हाथापाई भी की। सीओ को जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। भीड़ को काबू करने के लिए सभी थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर बुला ली गई।
मौके पर पहुंचे एडीएम प्रशासन ओपी आर्य व सिटी मजिस्ट्रेट संजय चौहान ने लोगों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन नाकाम रहे। अपरान्ह एसएसपी अशोक कुमार सिंह व जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल अस्पताल पहुंचे और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि 30 अक्टूबर तक क्षेत्राधिकारी के खिलाफ मजिस्ट्रिेट जांच पूरी कर ली जाएगी, दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सांसद सुरेंद्र नागर ने भी अस्पताल पहुंच घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डीएम व एसएसपी को आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कड़ी का निर्देश दिया। क्षेत्राधिकारीशैलेंद्र लाल ने का कहना है कि दोनों सिपाही सादी वर्दी में जांच करने पहुंचे थे। उनके साथ मारपीट हुई और पिस्टल छीनी गई। कासना कोतवाली प्रभारी के साथ भी मारपीट हुई, इसलिए पुलिस को कड़ा कदम उठाना पड़ा।
in.jagran.yahoo.com/news/local/uttarpradesh/4_1_6797110.html
SP rural Atul saxena and incharge kaasna thana....fled away when gujjars went out in Kaasna kotwali and captured kotwali,
Oct 08,09:03
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता : 'खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे।' यह कहावत मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बृहस्पतिवार देर रात पुलिस ने चरितार्थ कर दी। लगातार हो रही लूटपाट रोकने में नाकाम पुलिस निर्दोषों पर गुस्सा उतार रही है। खाने का पैसा मांगने पर वर्दीधारी दबंगों ने होटल मालिक, उसके भाई और रिश्तेदार की बेरहमी से पिटाई कर दी। होटल मालिक दनकौर सहकारी को-ऑपरेटिव सहकारी समिति का अध्यक्ष है। पुलिसिया तानाशाही के खिलाफ शुक्रवार को लोग सड़क पर उतर आए। उनका आरोप है कि क्षेत्राधिकारी की सह पर पुलिस ने यह जुल्म किया, लिहाजा उनके खिलाफ मामला दर्ज हो। एसएसपी अशोक कुमार सिंह ने दो सिपाहियों को निलंबित और कासना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय प्रकाश को हटा दिया है। जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल ने क्षेत्राधिकारी के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
दनकौर क्षेत्र के गांव महमूदपुर निवासी नरेंद्र नागर का अमृतपुरम मार्केट में कान्हा रेस्टोरेंट है। होटल की देखरेख उनका छोटा भाई रवींद्र करता है। दोनों बसपा से जुड़े हैं। बृहस्पतिवार रात 11:30 बजे कासना कोतवाली के सिपाही नरेश व राकेश सादे कपड़ों में नशे में धुत रेस्टोरेंट पहुंचे। खाना खाने के बाद दोनों जाने लगे तो पैसे मांगने पर एक कर्मचारी से उनकी कहासुनी हो गई। एक सिपाही ने रौब दिखाने के लिए सरकारी पिस्टल कर्मचारी के मुंह में रख दी। बीच बचाव करने गए दूसरे कर्मचारी ने सिपाही से पिस्टल छीन ली तो दोनों मारपीट करने लगे। सिपाहियों ने ही इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे दी।
सूचना पर क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र लाल, कोतवाली कासना प्रभारी विजय प्रकाश दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्टोरेंट कर्मचारियों व संचालक रवींद्र पर लाठियां भांजनी शुरू कर दी। रवींद्र ने फोन पर बड़े भाई नरेंद्र नागर व रिश्तेदार अजय कुमार को इसकी जानकारी दी। दोनों के पहुंचते ही पुलिस उन पर भी टूटी पड़ी। उनकी पैंट उतरवा पुलिस ने बोलेरो के बोनट पर लिटा जमकर लाठी बरसाई। बीच बचाव करने पहुंचे आस-पास के लोगों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा और नरेंद्र, अजय व रविंद्र को गिरफ्तार कर ले गई। वहां भी तीनों की जमकर पिटाई हुई, जिसमें नरेंद्र व रवींद्र का हाथ टूट गया।
पुलिसिया जुल्म की सूचना शुक्रवार तड़के आसपास के गांवों में पहुंची तो सैकड़ों लोग कासना कोतवाली पहुंच गए। तब पुलिस ने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और सैकड़ों लोगों ने क्षेत्राधिकारी व कोतवाल को हटाने की मांग पर कैलाश अस्पताल में हंगामा किया। भीड़ ने एसपी देहात अतुल सक्सेना व सीओ के साथ हाथापाई भी की। सीओ को जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। भीड़ को काबू करने के लिए सभी थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर बुला ली गई।
मौके पर पहुंचे एडीएम प्रशासन ओपी आर्य व सिटी मजिस्ट्रेट संजय चौहान ने लोगों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन नाकाम रहे। अपरान्ह एसएसपी अशोक कुमार सिंह व जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल अस्पताल पहुंचे और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि 30 अक्टूबर तक क्षेत्राधिकारी के खिलाफ मजिस्ट्रिेट जांच पूरी कर ली जाएगी, दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सांसद सुरेंद्र नागर ने भी अस्पताल पहुंच घायलों से मुलाकात की। उन्होंने डीएम व एसएसपी को आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कड़ी का निर्देश दिया। क्षेत्राधिकारीशैलेंद्र लाल ने का कहना है कि दोनों सिपाही सादी वर्दी में जांच करने पहुंचे थे। उनके साथ मारपीट हुई और पिस्टल छीनी गई। कासना कोतवाली प्रभारी के साथ भी मारपीट हुई, इसलिए पुलिस को कड़ा कदम उठाना पड़ा।
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