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Post by veerbhati on Jan 28, 2012 4:49:31 GMT 5.5
Bhaiyo, sabhi Gujjar bhaiyon ko mere Namaskar. I am from village banwaripur in dusty bulandshahr. I am really happy to see this website of Gujjars. Thanks Veer Bharti
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Post by rajbaisoya on Jan 30, 2012 21:19:58 GMT 5.5
this time more than 30 gujjar candidates are contesting in up.
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Post by Ashok Harsana on Jan 31, 2012 19:15:45 GMT 5.5
At least 7 Gujjars are expected to win in UP...isnt it?
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Post by veerbhati on Feb 6, 2012 12:21:26 GMT 5.5
Bhaiyo, it is disappointing to see that not too many tickets are given to Guijars from Congress. One reason I have heard is that because of congress alliance with RLD. Ajit Singh have made sure not too many tickets are given to Gujjars. The other disappointing thing is that our own Gujjars are fighting election on RLD ticket. Gujjar can never progress under RLD. We should make our own party like RLD. just because Jat votes are united under RLD it made sure that Ajit Singh becomes Aviation Minister. Bahiyon an waqt aa gaya hai apni party banane ka. Your thoughts plz.
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Post by veerbhati on Feb 9, 2012 12:36:34 GMT 5.5
I am surprised nobody answered to my question. Why our leaders fighting elections on RLD ticket. I feel it is below our standard to be called as MLa of RLD. We are a brave community why do we need Jat votes to achieve something. We should make our own party.
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vij
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Post by vij on Feb 9, 2012 23:52:35 GMT 5.5
You are right veer bhati.
Except Ranjeet Singh Judeo(Jhansi) and Mohd Naseem (Amethi) and Pradeep Chaudhay(Gangoh in Saharanpur) Congress has not given the ticket to any other GUrjar.
Ranjeet Singh Judeo is getting defeated repeatedly in last many elections and Mohd Naseem is a Muslim Gurjar who was ealier with Mayawati. Pradeep Chaudhary is given the ticket because he belongs to Rashid Masud camp who is rival of Chaudhary Yashveer Singh.
Pradeep Chaudhary is a Batar Gujar while Chaudhary Yashveer Singh is Chokkar Gurja.
Moeover Ajit RLD has given ticket to only 2 Gujar. One is Kartar Singh Bhadana from Khatauli in Muzaffarnagar and other is Madan Bhaiya fom Loni in Ghaziabad.
Many constituencies where Gujar are dominant Muslim have been given the tickets.
Take for eg Garh Mukteshwar seat in Ghaziabad is full of Gurjar but no Gujar fighting from that seat fom any paty. Dadri seat has more than 90 % Gurjar dominant villages but Rahul Gandhi has not given ticket to any Gujar. Infact in NOIDA Congress has not given a single ticket to Gujar.
whereas the Samajwadi party has given all three seats in Noida like Noida, Dadi and Jewar to Gurjar candidates.
BJP has given 2 tickets to Gurjar in Meeut. Kithore- Jaipal singh and in Meerut South to Ravindra Bhadana.
Even BSP has given 2 tickets to Gurjar in NOIDA.
These parties are much better than Congress fo Gurjar of UP
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Post by devender on Feb 10, 2012 17:37:32 GMT 5.5
From Nakur Disst Saharanpur Govind Choudhry also in battel indepandent canditate
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Post by rajbaisoya on Feb 13, 2012 21:54:04 GMT 5.5
janda dal pawan mavi sahibabad
jankranti ashok kasana hasanpur
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vij
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Post by vij on Feb 25, 2012 20:22:16 GMT 5.5
जनपद गौतमबुद्धनगर की तीनों विधानसभा सीट नोएडा, दादरी व जेवर मायावती, राहुल गांधी व मुलायम सिंह के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गयी हैं.
सुभाष यादव जनपद गौतमबुद्धनगर की तीनों विधानसभा सीट नोएडा, दादरी व जेवर बसपा सुप्रीमो व प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गयी हैं. तीनों ही नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. 2007 के विधानसभा चुनाव में जनपद में दो सीट दादरी व जेवर ही थीं लेकिन नये परिसीमन के तहत इस बार तीसरी विधानसभा सीट नोएडा भी बन गयी है. जिसके चलते दादरी व जेवर विधानसभा सीट का एरिया भी कम हो गया है.
2007 में दादरी व जेवर विधानसभा सीट पर बसपा का कब्जा था. प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का गृह जनपद भी गौतमबुद्धनगर है. उनका पैतृक गांव बादलपुर दादरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. लिहाजा उनके लिए जनपद की सभी सीटों पर जीतना नाक का सवाल बन गया है. पार्टी ने दोनों वर्तमान विधायकों को फिर मैदान में उतारा है.
जेवर विधानसभा के बसपा प्रत्याशी वेदराम भाटी इस समय प्रदेश सरकार में होमगार्ड मंत्री भी हैं. वहीं दादरी से बसपा प्रत्याशी सतवीर सिंह गुर्जर मायावती के बहुत ही विासपात्र हैं. दिल्ली से सटा होने के कारण कांग्रेस ने भी गौतमबुद्धनगर को काफी तरजीह दी है. राहुल गांधी पिछले एक साल से मायावती के घर में ही ललकार रहे हैं. राहुल गांधी ने जेवर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भट्टा पारसौल कांड को जमकर तूल दिया.
राहुल गांधी कई बार भट्टा पारसौल तथा उसके आसपास के गांवों में पदयात्रा कर किसानों का दुखदर्द सुन चुके हैं. भट्टा पारसौल प्रकरण को लेकर तो कांग्रेस व बसपा में जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था. यही नहीं किसानों की समस्याओं को लेकर राहुल गांधी के इशारे पर कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने मायावती के पैतृक गांव बादलपुर में धरना-प्रदर्शन भी किये. कांग्रेस का एक ही लक्ष्य है कि बसपा को उसी के घर में घेरना.
मुलायम सिंह भी जनपद में अपनी जड़ें मजबूत करने की भरसक कोशिश कर रहे हैं. गुर्जर बहुल क्षेत्र होने के कारण सपा ने तीनों सीटों पर गुर्जर बिरादरी के प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. नोएडा से सुनील चौधरी, दादरी से राजकुमार भाटी व जेवर से बिजेंद्र सिंह भाटी सपा के प्रत्याशी हैं. सपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा अपनी साख बचाने के लिए संघर्ष कर रही है.
भाजपा में टिकट वितरण को लेकर उपजा विद्रोह अभी पूरी तरह से नहीं थमा है. भाजपा ने नोएडा से डा. महेश शर्मा, दादरी से पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर व जेवर से सुंदर सिंह राणा को मैदान में उतारा है. डा. महेश शर्मा पिछला लोकसभा चुनाव हार चुके हैं. हाईकमान ने उन्हें एक बार फिर चुनावी समर में उतारा है.
नवाब सिंह नागर दादरी सीट से दो बार लगातार विधायक रह चुके हैं. 2007 में श्री नागर को बसपा के सतवीर सिंह गुर्जर ने हराया था. एक बार फिर सतवीर सिंह व नवाब सिंह नागर आमने-सामने हैं. दादरी विधानसभा सीट ऐसी है जहां बड़ी पार्टियों के चारों नेता गुर्जर हैं. जेवर सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुंदर सिंह राणा का शुरू से ही विरोध होता रहा है. राणा का विरोध करते हुए भाजपा के कई वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ चुके हैं.
जेवर विधानसभा सीट कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गयी है. उन्होंने अपने विासपात्र ठाकुर धीरेंद्रं सिंह को मैदान में उतारा है. भट्टा पारसौल कांड के दौरान राहुल गांधी ने धीरेंद्र सिंह से ही फीडबैक लेकर आंदोलन चलाया था. राहुल इस सीट का विशेष ध्यान रख रहे हैं. इस सीट पर सपा ने भी बहुत ही दमदार प्रत्याशी उतारा है.
सपा में मंत्री रहे नरेंद्र सिंह भाटी के छोटे भाई बिजेंद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. नरेंद्र सिंह भाटी सकिंद्राबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. नये परिसीमन के तहत सकिंद्राबाद के कई गांव अब जेवर विधानसभा क्षेत्र में आ गये हैं. लिहाजा उनकी अच्छी पकड़ है.
दादरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने नामांकन पत्र दाखिल होने के अंतिम दिन से एक दिन पहले समीर भाटी को चुनाव में उतारा है. समीर अब तक बसपा में थे. समीर भाटी के पिता स्व. महेंद्र सिंह भाटी दादरी से विधायक रह चुके हैं. सपा ने भी दादरी विधानसभा सीट पर पहले फकीर चंद नागर को टिकट दिया था. अंतिम समय में उनका टिकट काटकर राजकुमार भाटी को दे दिया गया.
जनपद में बसपा जहां विकास के नाम पर वोट मांग रही है वहीं भाजपा सुशासन देने के नाम पर बसपा से सीटें हथियाने को प्रयासरत है. वहीं कांग्रेस बसपा को किसानों की जबरन भूमि अधिग्रहीत करना, भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरने की फिराक में है. सपा जनपद में अपना खाता खोलने को लेकर दिन-रात एक किये हुए है. वह सभी पार्टियों से डटकर मुकाबला कर रही है.
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Post by vipindhharwal87 on Jan 6, 2017 8:56:33 GMT 5.5
For upcoming election in uttar pradesh bsp declare its 100 candidate from west up region gurjar candidates are 1.nakur-naveen Panwar from village bhankla 2.gangoh-mahipal majra 3.kithore-gajraj singh nagar 4.garhmukteshwar-prashant chaudhary 5.dadri-satveer gujjar baisoya 6.jewar-vedram bhati.
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