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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 10:41:57 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/25/482724-908612.htmlहर कीमत पर करवाएंगेे फैसला : बैसला Sunday, Apr 25th, 2010, 3:02 am [IST] Matrix News भास्कर न्यूज . सिकंदरा गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला ने कहा कि आरक्षण मामले में हर कीमत पर फैसला करवाएंगे। आरक्षण की मांग को लेकर सिकंदरा चौराहे पर चल रहे महापड़ाव स्थल पर शनिवार दोपहर पहुंचे बैसला ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महापड़ाव लंबा खींचना पड़ेगा, ऐसे में हमें शांति रखनी है। बैसला ने कहा कि उन्हें जयपुर व टोंक सहित अन्य सभी महापड़ावों को संभालने के लिए आना—जाना पड़ेगा। हमें सरकार पर दबाव बनाने के लिए संघर्ष करना है। सरकार आरक्षण दे चुकी है, हमें तो उसे लागू करवाना है। इसके बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि आरक्षण लागू करवाने के लिए अभी और संघर्ष करना होगा। सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा ले रही है तथा समाज भी सरकार के धैर्य को देख रहा है। आगामी रणनीति को लेकर बैसला ने कहा कि समाज के लोगों से चर्चा करके ही आगामी रणनीति तय करेंगे। इस दौरान समाज के जिलाध्यक्ष मनफूलसिंह तूंगड, गुर्जर राष्ट्रीय महापरिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमरावसिंह डोई, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमरसिंह कसाना, रामप्रसाद पटेलवाला, तहसील अध्यक्ष जयसिंह गुर्जर, रामचंद्र खूंटला, युवा गुर्जर महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष मानसिंह बुर्जा, प्रदेश सचिव महावीर रलावता सहित अन्य लोग मौजूद थे। पडाव आगे ले जाने पर हुई चर्चा : बैसला ने समाज के लोगों से पडाव को आगे ले जाने के बारे में चर्चा की। उन्होंने पडाव स्थल भगवान देवनारायण मंदिर कैलाई अथवा शहीद स्थल सिकंदरा को लेकर लोगों से राय जानी। महापड़ाव का असर मंडी पर भी बांदीकुई. सिकंदरा चौराहे पर चल रहे गुर्जरों के महापड़ाव का असर बांदीकुई कृषि उपज मंडी पर भी दिखाई दे रहा है। इसके चलते मंडी में जिंसों की आवक कम हो रही है। इससे व्यापारियों के साथ पल्लेदारों की आमदनी पर प्रभाव पड़ रहा है। मंडी सूत्रों का कहना है कि आरक्षण आंदोलन से पहले मंडी में रोजाना गेहूं की 500 से 700 बोरियों की आवक हो रही थी, लेकिन आंदोलन शुरू होने के बाद आवक 50 से 100 बोरियों पर ही सिमट कर रह गई। इसके चलते जहां सरकार को रोजाना हजारों रुपए की राजस्व हानि हो रही है। वहीं इसका सीधा प्रभाव व्यापारी वर्ग के साथ मंडी में पल्लेदारी करने आने वाले पल्लेदारों पर दिखाई दे रहा है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 10:45:14 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/26/485731-911650.htmlमहापड़ाव से यात्री व व्यापारी परेशान Monday, Apr 26th, 2010, 2:40 am [IST] भास्कर न्यूज . सिकंदरा आरक्षण की मांग को लेकर सिकंदरा चौराहे पर चल रहा गुर्जरों का महापड़ाव रविवार को दसवें दिन भी जारी रहा। महापड़ाव के कारण नेशनल व मेगा हाइवे पर सन्नाटा पसरा रहा। प्रशासन द्वारा इन मार्गों पर वाहनों का आवागमन बंद करने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चौराहे पर महापड़ाव डालकर बैठे गुर्जर समाज के लोग दिनभर दुकानों के नीचे सहित चौराहे पर घूमते रहते हैं। महापड़ाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा वाहनों का संचालन बंद करने से दिनभर वाहनों की रेलमपेल रहने वाले इस नेशनल व मेगा हाइवे पर सन्नाटा छाया हुआ है। दूर—दूर तक वाहन दिखाई नहीं दे रहे। बाजार बंद होने से व्यापार को भी नुकसान हो रहा है। समाज के लोग दिनभर में इधर—उधर घूमने के अतिरिक्त दुकानों के नीचे आराम करते हैं तथा शाम के समय आने वाले दंगल पार्टियों के माध्यम से रचनाएं सुनकर मनोरंजन कर रहे हैं। महापड़ाव से प्रभावित लकड़ी व बकल उद्योग गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर सिकंदरा चौराहे पर चल रहे महापड़ाव से सिकंदरा के लकड़ी व बकल उद्योग पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। यहां से जाने वाले माल की गाडिय़ां इन दिनों बंद पड़ी हुई हैं। सिकंदरा में लकडी तथा इसका छिलका उतारकर बकल का चूरण बनाने का कार्य होता है। इस कार्य में यहां व बाहर के हजारों मजदूर कार्य करते हैं। यहां से लकडियां राजस्थान से बाहर विभिन्न प्रदेशों में भेजी जाती है तथा बकल का चूरण कलकत्ता व पंजाब सहित अन्य स्थानों पर सप्लाई होता है, लेकिन गुर्जर समाज के महापड़ाव के कारण इन दिनों सिकंदरा में यह उद्योग बंद पड़ा हुआ है। लकडी व बकल की मशीनेें थमी हुई है। इससे इस उद्योग को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। इस कार्य में जुटे हजारों लोगों के सामने मजदूरी का संकट छाने लगा है। अस्पताल में गठित की तीन अतिरिक्त टीमें गुर्जरों के महापड़ाव को देखते हुए चिकित्सा विभाग प्रशासन ने सिकंदरा राजकीय अस्पताल में तीन अतिरिक्त टीमों का गठन किया है। जानकारी के अनुसार डॉ. घनश्याम मीणा के साथ जीएनएम सुरेन्द्र शर्मा व राजेश बैरवा, डॉ. बलवीरसिंह गुर्जर के साथ जीएनएम राजकुमार शर्मा व गणेश शर्मा तथा डॉ. रामकिशन मीणा के साथ जीएनएम संदीप चौधरी व अमित तिवाड़ी को टीम को यहां तैनात किया है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 10:54:27 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/25/482958-908441.htmlगुर्जर न झुकेगा और न ही टूटेगा Sunday, Apr 25th, 2010, 2:50 am [IST] भास्कर न्यूज. निवाई उपखण्ड मुख्यालय पर गुर्जर जाति को 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर वीर गुर्जर छात्रावास में चल रहे महापड़ाव स्थल पर कर्नल किरोड़ीसिंह की टीम के सदस्य जवाहर सिंह व मानसिंह पहुंचे। उन्होंने महापड़ाव स्थल पर बैठे गुर्जर समाज के लोगों से चर्चा की। इस दौरान मौजूद सैकडों गुर्जर समाज के लोगों को संबोधित करते हुए गुर्जर नेता जवाहर सिंह ने कहा कि समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन को एक माह से अधिक का समय बीत गया है, परन्तु सरकार की ओर से कोई सकारात्मक रूख नहीं अपनाया जा रहा है जिससे गुर्जर समाज में रोष व्याप्त है। उन्होंने बताया कि सरकार बार-बार गुर्जर नेताओं से बात कर गुमराह कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर बयान बदलने का आरोप लगाया। गुर्जर नेता मानसिंह ने कहा कि सरकार की नियत ठीक नहीं है। सरकार आंदोलन को लम्बा खींचकर गुर्जरों के मनोबल को तोडऩा चाहती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए सरकार को चेताया कि सरकार कुछ भी कर ले गुर्जर न तो झूकेगा और नहीं टूटेगा तथा गांधीवादी तरीके से आंदोलन करता रहेगा। गुर्जर नेता ने इस अवसर पर बताया कि सरकार के पास 3 मई तक की समय सीमा है उसके बाद आंदोलन की रणनीति में परिवर्तन होगा। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के संयोजक बैसला के निर्देशों पर आंदोलन को गति दी जाएगी। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:08:11 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/ajmer/26042010/ajmer-news/106911.htmlपायलट ने ईसरानी कमेटी के सामने रखा पक्ष 26 अप्रैल 2010, 02:18 hrs IST अजमेर। केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री सचिन पायलट ने रविवार को आरक्षण के मसले पर राज्य सरकार की ओर से गठित कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस ईसरानी से मुलाकात कर गुर्जरों को आरक्षण दिलाने का आग्रह किया। पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी चर्चा की। उन्होंने जयपुर में पूरे प्रदेश से आए गुर्जर प्रतिनिधियों से ईसरानी कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात कही। संचार राज्य मंत्री पायलट ने दिल्ली स्थित राजस्थान हाउस में जस्टिस ईसरानी से मुलाकात की। करीब डेढ घंटे तक चली मुलाकात में पायलट ने आरक्षण को लेकर पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज आरक्षण का हकदार है। समाज को अब आरक्षण मिलना चाहिए। गुर्जर समाज लम्बे समय से अपना अधिकार मांग रहा है। उन्होंने जस्टिस ईसरानी से आग्रह किया कि हाईकोर्ट में गुर्जर आरक्षण को लेकर सकारात्मक रूख अपनाए। इससे पहले दोपहर बाद पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा की। गहलोत के प्रदेश कांग्रेस के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण फोन पर ही काफी देर तक चर्चा हुई। पायलट ने उनसे भी आग्रह किया कि गुर्जरों को आरक्षण के मामले पर सरकार यथा संभव जल्द से जल्द हल निकलवाने का प्रयास करे। गहलोत ने पायलट को सरकार के सकारात्मक रूख की बात कही। इस दौरान हाईकोर्ट में 3 मई को होने वाली सुनवाई के बारे में भी बात हुई। इससे पहले पायलट ने जयपुर में राजेश पायलट भवन में आयोजित समाज के प्रतिनिधियों की बैठक में भाग लिया। उन्होंने गुर्जर आरक्षण के मुद्दे पर राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए गुर्जर प्रतिनिधियों से रायसुमारी की। गुर्जर प्रतिनिधियों के विचार जानने के बाद पायलट ने कहा कि मैं खुद गुर्जरों को आरक्षण दिलाने के लिए प्रयासरत हूं। मैं इस संबंध में जस्टिस ईसरानी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करूंगा। ईसरानी कमेटी के समक्ष गुर्जरों का पूरा पक्ष रखा जाएगा। कांग्रेस सरकार गुर्जरों को आरक्षण देने के मसले पर गंभीर है। समाज के लोगों को कमेटी के समक्ष अपना पक्ष मजबूती से रखना चाहिए। बैठक को नसीराबाद विधायक महेन्द्रसिंह गुर्जर, कांग्रेस नेता जी.आर. खटाना, श्रीनगर प्रधान रामनारायण गुर्जर सहित कई लोगों ने संबंधित किया l Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:12:18 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/bharatpur/25042010/bharatpur-news/106427.htmlशुरू हुआ गुर्जरों का पडाव 25 अप्रैल 2010, 22:53 hrs IST बयाना। गुर्जरों को एसटी आरक्षण देने की मांग को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के पूर्व निर्घारित आन्दोलन शनिवार को बयाना क्षेत्र के गांव महरावर में देवनारायन मंदिर पर महापडाव शुरू हो गया। दोपहर से शुरू हुए इस महापडाव में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के कैप्टन हरप्रसाद तंवर,कैप्टन जगराम सिंह,दीवान सिंह व भूरा भगत आदि शामिल हुए। उधर, गुर्जर समाज के अन्य प्रमुख नेताओं के गुर्जर बहुल गांवों में शाम तक दौरा किए जाने की जानकारी मिली। उधर,गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी बैंसला महापडाव में बीमार होने की वजह से शामिल नहीं हुए। संभवतया यही कारण रहा कि जिला प्रशासन और आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे समाज के नेताओं की उम्मीदों के मुताबिक महापडाव स्थल पर अघिक भीड नहीं जुट पाई। गुर्जर नेताओं ने महापडाव में संख्या बल काफी कम रहने का एक और कारण यह बताया कि पडाव स्थल के समीप ही भागवत का आयोजन है और महापडाव में शामिल होने वाले समाज के लोग कथा श्रवण कर रहे हैं। महरावर व आसपास के गांवों में कई जगह कुछ लोगों की मौत होने के कारण भी भीड थोडी कम नजर आ रही है। 27 को भागवत कथा के भंडारे के बाद पडावस्थल पर लोगों की संख्या काफी बढेगी। चबूतरे से शुरूआत गुर्जर नेता सुबह ही महापडाव स्थल महरावर गांव के देवनारायण मंदिर पर पहुंच गए। उन्होंने वहां तैयारियां शुरू कर दी। भीड नहीं होने से मंदिर परिसर में ही चबूतरे पर महापडाव शुरू कर दिया गया। पडावस्थल पर लाउड स्पीकरण लगा कर गीत आदि बजाने की भी व्यवस्था की गई थी। स्थानीय ग्रामीणों की संख्या भी ज्यादा नहीं रही। दिन में पडावस्थल पर लोगों की आवाजाही बनी रही। 2 मई को होगी महापंचायत महरावर गांव में शुरू हुए गुर्जर समाज के महापडाव स्थल पर बैठे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष कैप्टेन हरप्रसाद तंवर, कैप्टेन जगरामसिंह, भूरा भगत आदि ने बताया कि शुक्रवार को करौली जिले के मांसलपुर के निकट शकरघटा में चामड माता के मेले में कर्नल बैंसला ने आगामी 2 मई को बयाना के नहरा क्षेत्र में एक महापंचायत आयोजित करने की घोषणा कर दी है। महापंचायत का स्थान कर्नल बैंसला ही तय करेंगे। गुर्जर नेताओं ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस बार गुर्जर समाज अपने हक के लिए अडिग है और अडिग ही रहेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनकी प्रमुख मांग निर्घारित पचास प्रतिशत में विशेष पिछडा वर्ग (एसबीसी) में पांच फीसदी आरक्षण की है। गुर्जर नेताओं ने कहा कि पांच फीसदी आरक्षण देने सम्बन्धी फार्मूला सरकार को सुझा दिया है। सरकार ने हाईकोई के निर्देशों पर कमेटी गठित कर दी है लेकिन उन्हें इस सबसे कोई सरोकार नहीं है । उन्हें तो अपना आरक्षण का हक चाहिए। अब यह सरकार का काम है कि वह इसे किस तरीके से जल्द से जल्द दे। गुर्जर नेताओं ने दोहराया कि इस बार उनके आंदोलन को एक माह हो चुका है और सभी जगह शांतिपूर्ण व गांधीवादी तरीके से गुर्जर अपना आंदोलन चला रहा है। गुर्जर नेताओं ने चेतावनी भी दी कि यदि सरकार ने उनके हक में फैसला नहीं लिया तो आंदोलन उग्र भी हो सकता है। जहां तक जयपुर रूट बंद होने की बात है गुर्जरों ने कहीं भी आमजन को असुविधा नहीं पहुंचाई है। बसों का संचालन सरकार ने स्वयं बंद करा रखा है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:20:25 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dholpur/26042010/dholpur-news/106731.htmlबस संचालन अभी प्रभावित 26 अप्रैल 2010, 22:25 hrs IST धौलपुर। विशेष आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों की ओर से चल रहे आंदोलन से जयपुर की ओर बस संचालन पिछले कई दिनों से प्रभावित हो रहा है। आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस संचालन प्रभावित होने से आमजन के साथ ही रोडवेज को प्रतिदिन आर्थिक नुकसान झेलना पड रहा है। जानकारी के अनुसार महुआ से लेकर सिकन्दरा तक हाइवे पर संचालन बंद है। इससे जयपुर के लिए जाने वाले वाहन प्रभावित हो रहे हैं। रोडवेज अघिकारियों के अनुसार जयपुर के लिए अभी 6 -7 बसें ही संचालित हो रही हैं। पिछले आंदोलन की कडवे अनुभव के चलते यात्री बस से जयपुर जाने से कतराने लगे हैं। रोडवेज अघिकारियों के अनुसार वर्तमान में वाया मण्डावर, बांदीकुई, कुण्डला होते हुए जयपुर जाने वाली बसों को 11 घंटे लग रहे हैं। गौरतलब है कि गुर्जरों द्वारा विशेष आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। इससे आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्गपर वाहन संचालन ठप पडा हुआ है। वर्तमान में रोडवेज की कुछ बसें वाया बांदीकुईहोते हुए जयपुर के लिए संचालित हो रही हैं। बस संचालन प्रभावित होने से रोडवेज को हजारों रूपए का नुकसान उठाना पड रहा है। जयपुर के लिए वर्तमान में करीब 15 बसें संचालित हो रही हैं। इसमें से 6 -7 बसें ही जयपुर मार्ग पर संचालित हो रही हैं। दिल्ली से राहत आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस संचालन प्रभावित होने से रोडवेज को प्रतिदिन हजारों रूपए का नुकसान हो रहा है। हालांकि रोडवेज अघिकारियेां के अनुसार रोडवेज बसों का संचालन दिल्ली मार्गपर करने के चलते निगम को थोडी राहत मिल रही है। यात्री परेशान जयपुर मार्ग पर बस संचालन प्रभावित होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। अंादोलन के बीच यात्री जयपुर के लिए बस के बजाए ट्रेन से यात्रा करना उचित समझ रहा है। अभी जयपुर के लिए बस संचालन आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ढंग से नहीं हो पा रही हैं। कुछ बसें मण्डावर, बांदीकुई होते हुए संचालित हो रही हैं। - ओ.पी.आर्य, मुख्य प्रबंधक, धौलपुर डिपो Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:23:37 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/alwar/25042010/alwar-news/106421.htmlसरकार बदली, मुद्दा नहीं : भडाना 25 अप्रैल 2010, 22:38 hrs IST अलवर/थानागाजी। थानागाजी विधायक हेमसिंह भडाना ने कहा कि सरकार बदलने से मुद्दा नहीं बदला है। पांच फीसदी आरक्षण हमारा वैधानिक हक है। इसे समाज हर कीमत पर लेकर रहेगा। भडाना शनिवार को कुशालगढ में गुर्जरों के महापडाव को सम्बोधित कर रहे थे। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूपसिंह ने कहा कि आज गुर्जर गांधीवादी तरीके से सरकार से अपना हक मांग रहा है। सरकार समय रहते गुर्जरों की वाजिब मांगों को मान ले, अन्यथा गुर्जर समाज को सडकों पर उतरने के लिए मजबूर होना पडेगा। महापडाव की अध्यक्षता कर रहे राजगढ-लक्ष्मणगढ विधायक सूरजभान धानका ने कहा कि गुर्जर समाज की मांग वाजिब है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अतिशीघ्र मुख्यमंत्री गहलोत से मिलकर गुर्जर समाज का पक्ष रखेंगे। महापडाव को अतरसिंह एडवोकेट, मानदाता सिंह, शिवराम, आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक लीलाधर गुर्जर, देवीसिंह चंदेला, डॉ. अमरसिंह गुर्जर, प्रेम पटेल, श्रवण पटेल, बद्री पटेल, छीतर पटेल, मामराज, रामकुवार गुर्जर, ओमप्रकाश गोलिया, डेयरी चेयरमैन रामफूल गुर्जर, मातादीन गुर्जर, मांगेराम, राजाराम गुर्जर, छाजूराम, धन्ना गुर्जर, सीताराम, जयकिशन व धर्मपाल आदि ने सम्बोधित किया। इस दौरान महापडाव में काफी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:27:17 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/sawaimadhopur/26042010/swaimadhopur-news/106699.htmlआरक्षण का हक लेकर रहेंगे 26 अप्रैल 2010, 21:56 hrs IST चौथ का बरवाडा। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के तत्वावधान में देव धर्मशाला में चल रहा महापडाव रविवार को सातवें दिन भी जारी रहा। आरक्षण संघर्ष समिति के जिला महासचिव सुरेश खटाणा ने बताया कि आंधोली, गिरधरपुरा व नाहरी गांव से कई महिला व पुरूष महापडाव में शामिल हुए। इस दौरान संयोजक रामकिशन मुकुल, सुरेश खटाणा, रामबिलास फागणा, सालगा राम, लादु राम आदि ने कहा कि जब तक गुर्जरों को हक नहीं मिलेगा महापडाव जारी रहेगा। पडाव स्थल पर शाम को भजन-कीर्तन के कार्यक्रम हो रहे हैं। पडाव में सोमवार को जिला प्रमुख सुनीता गुर्जर भाग लेंगी। गंगापुर सिटी । आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों का का यहां देवनारायण मंदिर पर महापडाव दसवें दिन भी जारी रहा। रविवार को गुर्जर बडौदा, सुमेल, आख्दौया, नयागांव, सूरगढ गांव के लोगों ने धरना दिया। गुर्जर नेता मुकेश सिराधना ने बताया कि गुर्जर समाज सरकार द्वारा गठित इसरानी कमेटी का विरोध करता है। उनका कहना था कि कर्नल बैंसला को कमेटी के समक्ष पेश नहीं होना चाहिए। सोमवार को नारायणपुर टटवाडा, फिरासपुर, मोतीपुरा, बाढ गुआडी गांव के लोग महापडाव स्थल पर धरना देंगे। इस दौरान नारायणपुर टटवाडा की जोठ रामरसिया दंगल प्रस्तुत करेगी। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:34:02 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/jaipur/26042010/jaipur-news/106776.htmlजाट महासभा का गुर्जरों को समर्थन 26 अप्रैल 2010, 23:19 hrs IST जयपुर। राजस्थान जाट महासभा ने गुर्जरों की अन्य पिछडा वर्ग में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग का समर्थन किया है। महासभा की साधारण सभा की रविवार को यहां हुई बैठक में कहा गया कि आरक्षण की सीमा न्यायालय के निर्देशों के अनुसार विशेष्ा परिस्थितियों में 50 प्रतिशत से ज्यादा की जा सकती है। ऎसी स्थिति में राज्य सरकार को गुर्जरों को अन्य पिछडा वर्ग के आरक्षण को बढाकर पांच प्रतिशत आरक्षण दे देना चाहिए। महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने बताया कि बैठक में समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने, बालिका शिक्षा को बढावा देने, नशा मुक्ति और समाज सुधार के कार्यक्रम हाथ में लेने के प्रस्ताव भी पारित किए गए। विभिन्न जिलों से आए समाज के प्रतिनिघियों ने क्षेत्रवार रिपोर्ट सौंपी Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 26, 2010 14:42:11 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/26/gujjar-reservation-911105.htmlगुर्जर आरक्षण पर सरकार की मंशा साफ: पायलट Monday, Apr 26th, 2010, 2:14 am [IST] जयपुर. केंद्रीय संचार व आईटी राज्य मंत्री सचिन पायलट ने गुर्जर आरक्षण मसले पर रविवार को यहां झालाना में पायलट भवन में राज्यभर से आए समाज के प्रमुख लोगों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर सरकार का रुख सकारात्मक है। समाज और सरकार के बीच अब तक सौहाद्र्रपूर्ण चर्चा हुई है। पिछली सरकार के समय हुए आंदोलन में खून खराबा हुआ, लेकिन इस बार सरकार के रुख के कारण समाज का रास्ता खुला है। गुर्जर आरक्षण पर राज्य सरकार की मंशा साफ है। हाई कोर्ट के स्टे पर सरकार अब मजबूती से अपना पक्ष रखेगी। पायलट का दिन में मुख्यमंत्री से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा का कार्यक्रम था, लेकिन उनके पीसीसी में जिलाध्यक्षों की बैठक में व्यस्त होने से मुलाकात नहीं हो सकी। बाद पायलट ने गहलोत से फोन पर चर्चा की। समाज के प्रमुख लोगों से चर्चा के बाद पायलट दिल्ली चले गए। इसरानी से मिले सचिन दिल्ली स्थित राजस्थान हाउस में उन्होंने गुर्जर मसले पर हाई कोर्ट के आदेश पर गठित कमेटी के अध्यक्ष जस्टिस इंद्रसेन इसरानी से मुलाकात की। मुलाकात में पायलट ने गुर्जर आरक्षण की वैधानिक स्थिति और इस मसले के हल पर चर्चा की। मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि राज्य सरकार गुर्जरों को 5% आरक्षण देने पर पूरी तरह सहमत है और आपसी बातचीत कर समस्या का हल निकालना ही एकमात्र रास्ता है। राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को देखते हुए गुर्जर समाज को न्याय मिलेगा। उन्होंने इस मामले पर निर्णय होने तक भर्ती रोकने की मांग को गैरवाजिब बताया। Attachments:
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