www.bhaskar.com/2010/04/15/reservations-about-the-gujjars-demanding-875004.htmlहाईवे के किनारे पड़ाव
जयपुर. आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों ने बुधवार को जयपुर—आगरा हाईवे पर आकर पीपलखेड़ा में पड़ाव डाल दिया। गुर्जरों का अगला पड़ाव गुरुवार को सिकंदरा में होगा। कूच की वजह से हिंडौन में अवध एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें रोकनी पड़ीं। आगरा हाईवे पर गुर्जर सड़क किनारे टैंट लगाकर बैठे हैं।
एहतियात के तौर पर राजस्थान रोडवेज ने बसें बंद कर दी हैं। दौसा जिला प्रशासन ने भी बालाजी और सिकंदरा मोड़ से यातायात को डायवर्ट कर दिया है। इसके साथ ही अलवर, अजमेर और टोंक से भी गुर्जरों का जयपुर कूच शुरू हो गया है।
भरतपुर जिले में नगर से सुबह 8 बजे गुर्जर रवाना होंगे। वैर, भुसावर और बयाना के लोग पीपलखेड़ा पड़ाव में शामिल हो गए। गुर्जरों ने बुधवार को सुबह गाजीपुर से रवाना होकर महवा के पास नेशनल हाईवे पर प्रवेश किया। इससे पहले यहां बैसला और उनके साथियों का स्वागत सत्कार किया गया। पीपलखेड़ा में गुर्जरों ने सभा की। कूच का नेतृत्व कर रहे कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला ने बताया कि पीपलखेड़ा से गुरुवार सुबह 9 बजे बाद जयपुर की ओर कूच शुरू होगा।
गुर्जर राज्य सरकार से 50% की सीमा के अंदर उन्हें 5% आरक्षण की मांग कर रहे हैं। बैसला का कहना है कि ओबीसी के 21% में 4% का कोटा तो उनका स्वत: ही है, बाकी 1% आरक्षण और जोड़कर उन्हें उनका हक दिया जाए।
रेलवे ने सतर्कता बढ़ाई : गुर्जर आंदोलन को देखते हुए कोटा रेल मंडल ने हिंडौनसिटी, गंगापुरसिटी, सवाई माधोपुर, रामगंज मंडी, भवानी मंडी, दर्रा, मोडक और बारां में सतर्कता बढ़ा दी है।
अन्य जगहों से भी कूच शुरू : गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के पूर्व प्रवक्ता डॉ. रूपसिंह ने बताया कि अलवर जिले से गुर्जरों ने लीलाधर गुर्जर के नेतृत्व में कूच शुरू कर दिया है। इन लोगों ने बुधवार को सरिस्का के पास नटनी का बारा में देवनारायण मंदिर पर पड़ाव किया।
टोंक से भी कुछ लोगों ने जयपुर कूच किया और सोहेला तक आ गए हैं। इसी तरह अजमेर से कूच करने वाले लोग किशनगढ़ तक पहुंच गए हैं। नीमकाथाना, शाहपुरा, विराटनगर क्षेत्रों में गुर्जरों की पंचायतें चल रही हैं। यहां महेन्द्रसिंह खेड़ला ने जिम्मेदारी ली हुई है। खेड़ला ने बताया कि यहां से गुरुवार को उनका कूच शुरू हो सकता है। भरतपुर में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जवाहरसिंह बेढम ने बताया कि नगर से सुबह 8 बजे खेड़ली के रास्ते गुर्जर जयपुर के लिए कूच करेंगे।
पहले छोटे रास्ते करेंगे जाम : गुर्जरों की रणनीति है कि पहले छोटे रास्ते जाम करेंगे। इसके बाद ताकत बढ़ाते हुए स्टेट हाईवे और बाद में नेशनल हाईवे जाम करेंगे। नेशनल हाईवे को पहले जाम करने से वे बचना चाहते हैं ताकि सरकार पर दबाव बना रहे।
गुर्जरों का आंदोलन शांतिपूर्ण : आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल बैसला ने बताया कि उनका आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है। उनकी ओर से यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। प्रशासन ने एहतियातन ही रोडवेज की बसें बंद की हैं।
ट्रैफिक डायवर्ट किया : जयपुर—आगरा हाईवे पर जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर ट्रैफिक को बालाजी और सिकंदरा के पास से डायवर्ट किया है। जयपुर से भरतपुर जाने वाले यातायात को बालाजी मोड़ से टोडाभीम होते हुए आगे निकाला जा रहा है। जबकि आगरा से आने वाले यातायात को खेड़ली मोड़ से होकर जयपुर निकाला जा रहा है।
न गुर्जरों ने बात की और न सरकार ने : आरक्षण के मुद्दे पर मंगलवार को वार्ता टूटने के बाद कूच को टालने के लिए न तो गुर्जरों ने सरकार से कोई बात की है और न ही सरकार ने गुर्जरों से कोई बात की है। गृहमंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि मंगलवार के बाद गुर्जरों से कोई बात नहीं हुई है। सरकार बातचीत से मामले को सुलझाना चाहती है। गुर्जर और कोई विकल्प बताएं तो रास्ता निकेलगा।
कानून से ऊपर कोई नहीं : गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुर्जर आंदोलन पर कहा है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। सरकार गुर्जर एवं पिछड़ा वर्ग के लिए बेहतर करने की कोशिश कर रही है। सरकार ने 50% सीमा से पार जाकर गुर्जरों को आरक्षण दिलाया है। अब कोर्ट ने स्टे लगा दिया।
ये कोटा देना ही नहीं चाहते : वसुंधरा
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि गहलोत सरकार गुर्जर आरक्षण विधेयक की ठोस पैरवी करती तो ये हालात नहीं बनते। सच तो ये है कि राज्य की कांग्रेस सरकार गुर्जर और अन्य जातियों को आरक्षण देने के पक्ष में कभी थी ही नहीं।
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dausa/15042010/dausha-news/102632.htmlआरक्षण की आस, गमछे का साथ
15 अप्रैल 2010, 05:40 hrs IST
दौंसा। हाथों में लाठियां... सिर पर पगडी... कंधे पर गमछा... लब पर देवनारायण भगवान की जयकार... दिलोदिमाग में आरक्षण की आस। पूरे जोश के साथ आरक्षण की मांग को लेकर जारी गुर्जरों के जयपुर कूच का बुधवार को नजारा कुछ ऎसा ही रहा।
आग उगलता सूरज गुर्जरों की आरक्षण की मांग को लेकर जारी मार्च को कमजोर नहीं कर पाया। सिर पर गमछा ओढकर गर्मी से समाज के लोगों ने मुकाबला किया। समाज के वरिष्ठ लोग पूरे समय युवाओं में जोश बरकरार रखने की कवायद करते रहे। कूच के दौरान पानी व भोजन की व्यवस्था सुदृढ रही। पडाव के लिए पहले से तय स्थान पर खाने-पीने की व्यवस्था होती रही। बुधवार शाम पडाव स्थल पाटोली पहुंचकर खाना खाने के बाद देर रात्रि तक हुक्के की गुडगुडाहट के बीच अगले दिन की रणनीति की चर्चा समाज के पंच-पटेलों ने की। कंधे पर रखा गमछा रात को बिछौना बन गया।
इससे पूर्व प्रात: गाजीपुर-खावदा पडाव स्थल के आस-पास के गांवों से छाछ व चाय कूच में शामिल लोगों तक पहुंची। इसके बाद भोजन का दौर चला और कर्नल किरोडीसिंह बैंसला के फैसले का इंतजार किया गया। कर्नल के आदेश के साथ ही जयकारे गूंज उठे तथा कूच चल पडा।
बैंसला छडी व युवकों का हाथ पकडकर चले। इधर, जैसे-जैसे गुजरों का कूच बढता गया, वैसे-वैसे प्रशासन की धडकनें भी तेज होती गई। पल-पल गुर्जरों की हरकत की सूचना जिले के आला अधिकारी राज्य स्तर पर पहुंचाते रहे। प्रशासन ने सुरक्षा के कडे प्रबंध भी जिले में कर रखे हैं।
पुलिस एक किलोमीटर दूर
गुर्जरों के कूच से पुलिस दूरी बनाकर कानून व्यवस्था पर नजर रखे हुए है। इसमें कूच से एक किलोमीटर पीछे पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी के साथ जाप्ता व इससे इतनी ही दूरी पर आगे निरीक्षक स्तर का अधिकारी जाप्ते के साथ चल रहा है। एएसपी गोपालसिंह राठौड ने बताया कि जिले में एहतियात के तौर पर मंगलवार को ही चार आरएससी की कम्पनियां आई थीं। इसमें एक जिला मुख्यालय पर व तीन महुवा में ठहरी हुई हंै।
गाए गीत
खेडला । जयपुर कूच के तहत बुधवार प्रात: गाजीपुर-खावदा के देवनारायण मंदिर से गीत गाते हुए गुर्जर समाज के लोग रवाना हुए। इससे पूर्व मंगलवार देर रात काफिला मंदिर पर पहुंचा था। यहां उनके भोजन के लिए जगह-जगह लंगर की व्यवस्था की गई थी और पीने के पानी की प्याऊ भी लगी। रात को भोजन के बाद जहां कुछ थकान उतारने के लिए गीत गा रहे थे तो कुछ हुक्कों का कश लगाते दिखे। सुबह से संघर्ष समिति के पदाधिकारी आगामी रणनीति बनाने में जुटे हुए थे। दोपहर करीब 12 बजे कर्नल बैसला मंदिर पर पहुंचे और कूच का ऎलान किया। इसके साथ ही काफिला हाइवे की ओर रवाना हो गया।
महुवा में दुकानें हुई बंद
महुवा । हजारों की तादाद में गुर्जर समाज के लोगों की महुवा में आने की सूचना के साथ ही सुबह खुला बाजार कुछ ही देर में बंद हो गया। सडकों पर सन्नाटा हो गया तथा व्यापारी गुर्जरों का इरादा जानने का प्रयास करने लगे। बाद में गुर्जरों के कस्बे में आने की बजाए बाइपास से ही पीपलखेडा-पाटोली चले जाने पर बाजार खुले। इधर, गुर्जर रैला जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचने पर वाहनों को दूसरे मार्ग पर डाइवर्ट कर दिया। हाइवे पर सन्नाटा पसर गया। गुर्जरों के हाईवे पर आने की सूचना के साथ ही प्रशासन ने हिण्डौन व जयपुर रोड पर वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी।
वाहनों को दूसरे मार्ग से निकाला गया। दोपहर तक जयपुर से आने वाले वाहनों को कस्बे के अन्दर होकर आने दिया गया, लेकिन दो बजे गुर्जरों के हाइवे पर आने के बाद सिकन्दरा से ही वाहनों का संचालन बंद कर दिया गया। वाहनों को वाया मण्डावर, राजगढ, बांदीकुई व अलवर से जयपुर निकाला गया। इससे यात्रियों को परेशानी हुई।
हिण्डौन रोड बाइपास पुलिया से ही गुर्जरों का झुंड हाइवे पर चढ गया और नारे लगाने लगा। कर्नल बैंसला लोगाें का हौंसला बढाने के लिए कभी पैदल तो कभी वाहन में बैठ कर सफर तय कर रहे थे। वहीं सैकडों युवा मोटरसाइकिल पर चल रहे थे। ट्रक व अन्य वाहनों पर भी गुर्जर सवार हुए। कैप्टन हरप्रसाद, भंवरसिंह एडवोकेट, भूरा बयाना, हिम्मत पाडली, गजानंद पांचोली, मानसिंह भोपर, धर्मेन्द्रसिंह भोपर, गजेन्द्रसिंह खटाना, राजेन्द्रसिंह, सुरेन्द्र महर्षि, दिनेश ठेकडा, घुण्डीराम, चौबे खावदा, धर्मजीतसिंह सीओ, महेन्द्रसिंह, गजराजसिंह, मानसिंह, सियाराम, विजेन्द्रसिंह, राधे व विक्रम मण्डावर आदि कूच में शामिल रहे।
गुर्जर काफिला का विभिन्न समाजों की ओर से कई जगह स्वागत कर ठण्डे पानी व शर्बत की व्यवस्था की गई। हिण्डौन पुलिया पर संजय मीणा के नेतृत्व में युवा मण्डल ने, ठेकडा पहाड, ठेकडा बाइपास मीन भगवान मन्दिर पर प्रधान राजेन्द्र मीणा व कुछ अन्य जगह पर स्वागत कार्यक्रम हुए।
मण्डावर (ए.सं.)। गुर्जर कूच के चलते बुधवार को आगरा जाने वाले वाहनों को महुवा से मण्डावर होकर निकाला गया। इससे मार्ग पर दिनभर वाहनों का तांता लगा रहा। वहीं पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।
दिनभर रही अफवाह
सिकन्दरा । प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दोपहर करीब 11 बजे हाइवे पर सिकन्दरा से आगे वाहनों का आवागमन बंद कर दिया था। इससे सडक किनारे ढाबों पर ट्रकों की कतार लग गई। वहीं दिनभर गुर्जरों द्वारा हाइवे जाम की अफवाहे चलती रही। इससे दुकानें भी बंद रही। चौराहे से यातायातकर्मियों ने वाहनों को बांदीकुई के लिए डायवर्ट किया। गुर्जरों के गावों में समाज के पंच-पटलों ने सम्पर्क कर कूच में शामिल होने का आह्वान किया।
सिकन्दरा पडाव के मद्देनजर गांवों में पांच-पांच लोगों की कमेटी बनाकर खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। थाना प्रभारी जयशंकर बडगूजर ने शाम को आदर्श नवयुवक मण्डल की बैठक लेकर कानून व्यवस्था पर चर्चा की। पुलिस के सहयोग में 40 कार्यकर्ता रहेंगे। इस मौके पर वेदप्रकाश सैनी, देवराज एडवोकेट, गोपाल शर्मा, धर्मसिंह कसाना, कप्तान डोई व कमल कैलाई आदि ने विचार व्यक्त किए।
ली पल-पल की खबर
सिकराय । जिला कलक्टर लालचन्द असवाल व एसपी देवेन्द्रसिंह दिनभर मानपुर थाने पर जमे रहे और कूच से जुडी पल-पल की सूचना लेते रहे। साधन नहीं चलने से मानपुर बस स्टैण्ड पर यात्री परेशान रहे।
यहां हुई तैयारी
सिकराय । गांव पांचोली में बुधवार को दस गांवों के पंच-पटेलों ने बैठक कर गुरूवार को मानपुर चौराहे पर पडाव की संभावना के मद्देनजर खाने-पीने की व्यवस्था की। गुर्जर महापरिषद उपाध्यक्ष उमरावसिंह डोई व पंच-पटलों ने कूच में शामिल होने का आह्वान किया।
महिलाओं ने की तलवार भेंट
मेहन्दीपुर बालाजी (नि.सं.)। पीपलखेडा में गुर्जर समाज की महिलाओं ने मंगल कलश के साथ कूच में शामिल लोगों का स्वागत किया और कर्नल किरोडीसिंह बैंसला को तलवार भेंट की। कुछ लोगों ने करणपुर जाने वाले मार्ग के समीप हाइवे पर जेसीबी से एक सफेदा का पेड उखाडकर हाइवे पर पटक दिया। इसकी सूचना मिलते ही कैप्टेन हरप्रसाद ने पेड को मार्ग से हटवाया।
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