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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 11:41:48 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/c-10-1129022-963251.htmlWednesday,May 12,2010 12:14 [IST] गुर्जरों की महापंचायत कल गुर्जरों ने खारिज किया बैसला का फैसला। आज बनेगी शांतिपूर्ण आंदोलन की रणनीति। जयपुर. आरक्षण के मुद्दे को लेकर गुर्जरों का भाजपा से जुड़ा गुट गुरुवार को दौसा जिले के सिकंदरा में महापंचायत करेगा। इस गुट ने बैसला की ओर से सरकार के साथ किए गए समझौते को नकारते हुए नए सिरे से आंदोलन का ऐलान किया है। महापंचायत में शांतिपूर्ण आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। अब इस आंदोलन की कमान दिल्ली के पूर्व विधायक रामवीरसिंह विधूड़ी ने संभाली है। भाजपा के पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, पूर्व जिला प्रमुख रामगोपाल गार्ड, पूर्व महापौर शील धाभाई सहित कई गुर्जर नेता भी विधूड़ी के साथ आंदोलन में जुड़े हैं। राजस्थान गुर्जर महासभा के संगठन महामंत्री अमरसिंह कसाना के अनुसार महापंचायत गुरुवार को सुबह 11 बजे सिकंदरा चौराहे से थोड़ा आगे आयोजित होगी। इसमें गुर्जर समाज के प्रमुख लोग और पंच पटेल शामिल होंगे। महापंचायत के लिए सिकंदरा और आसपास के इलाकों में गांव गांव में जाकर लोगों को महापंचायत में आने के लिए न्यौता दिया जा रहा है। आयोजकों का दावा है कि उनके आंदोलन को व्यापक समर्थन मिल रहा है और गुरुवार को महापंचायत में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे होंगे। गुर्जरों की मांग है कि उन्हें सरकार वादे के मुताबिक 50 प्रतिशत के अंदर 5 प्रतिशत आरक्षण दे। इसमें 4 प्रतिशत ओबीसी में कम किया जाए और 1 प्रतिशत बचा हुआ देकर उनका कोटा पूरा किया जाए। गुर्जरों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने के साथ ही जेलों में बंद आंदोलनकारियों को रिहा किया जाए। पिछले आंदोलनों में नि:शक्त हुए लोगों को पेंशन दी जाए। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 11:49:42 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dausa/13052010/dausa-news/113086.htmlभीड के लिए गांव ढाणी में प्रचार 13 मई 2010, 21:53 hrs IST सिकन्दरा। गुर्जर आरक्षण को लेकर सिकन्दरा की बुर्जा ढाणी के समीप गुरूवार को होने वाली गुर्जर राष्ट्रीय महापंचायत की तैयारियां जोरो पर है। पंचायत स्थल पर छाया के लिए करीब 10 बीघा जमीन पर टैन्ट लगाया जा रहा है। पार्किग व पानी की व्यवस्था की जा रही है। वहीं गुर्जर नेता गांव-ढाणी पहंुचकर महापंचायत में भीड जुटाने की आह्वान कर रहे है। समाज के पदाघिकारियों का कहना है कि महापंचायत से आमजन को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। गुर्जर नेता अमरसिंह कसाना व दिनेश पंचोली ने बताया की महापंचायत को आरक्षण सर्घष समिति के संरक्षक रामवीर विधूडी, विधायक हेमसिंह भडाना, नाथूसिंह गुर्जर, अनिता चौधरी, पूर्व विधायक कालूलाल गुर्जर, दाताराम गुर्जर, रामगोपाल गार्ड, रामलाल गुर्जर, गोपीचंदसिंह गुर्जर, मसूद चौधरी, प्रहलाद गुंजल, मुकेश गुर्जर, मोहम्मद हसन गुर्जर, फारूक अहमदसिंह, ज्ञानचन्द तंवर, गोकुल गुर्जर, अजीतसिंह बैसला, जंसवंतसिंह गुर्जर, मानसिंह गंगापुर, अन्ना पाटील व करतारसिंह भडाना सहित समाज के पंच-पटेल संबोघित करेंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली के कई नेता हैलिकॉप्टर से आएंगे। इसके चलते महापंचायत स्थल के समीप हैलीपेड बनाया गया है। थानागाजी विधायक हेमसिंह भडाणा ने बताया की महापंचायत में करीब एक लाख लोग जुटेगे। इसके लिए समाज की जगह-जगह बैठक की जा रही है। पुलिस-प्रशासन के अघिकारी भी सर्तक बने हुए है। प्रशासन मुस्तैद दौसा। गुर्जर महापंचायत के मद्देनजर दौसा व महुवा के बीच यातायात महापंचायत की भीड को देखकर ही चलाया जाएगा। भीड अधिक रहने पर यातायात बंद कर दिया जाएगा और वाहनों को डायवर्ट कर वैकल्पिक मार्गो से निकाला जाएगा। बांदीकुई मेगा हाइवे व गिरधरपुरा टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था की गई। कानून व्यवस्था को लेकर गुर्जर नेताओं के साथ जिला प्रशासन ने बैठक की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपालसिंह राठौड ने बताया कि एहतियात के तौर पर आरएसी की पांच कम्पनी आई हैं। ये बांदीकुई, महुवा,मानपुर थाना व दुब्बी चौकी पर रहेगी। तीन सौ रिर्जव बल है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 11:55:47 GMT 5.5
in.jagran.yahoo.com/news/local/rajasthan/4_9_6409338.htmlबैंसला विरोधी गुट की महापंचायत आज May 13, 01:17 am जयपुर, जागरण संवाद केन्द्र। गुर्जर आरक्षण के मुद्दे को लेकर दो गुटों में बंटे गुर्जर समाज के एक गुट की महापंचायत गुरूवार को दोपहर बारह बजे दौसा जिले के सिकंदरा में होगी। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला विरोधी इस गुट की अगुवाई दिल्ली के पूर्व विधायक रामवीर सिंह विधुड़ी कर रहे है। महापंचायत में करतार सिंह भड़ाना, राज्य के पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर सहित पूरे देश के गुर्जर नेता शामिल होंगे। गौरतलब है कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन की अब तक अगुवाई कर रहे बैंसला ने पिछले सप्ताह राज्य सरकार के साथ समझौता किया था इसी का एक गुट विरोध कर रहा है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 12:01:26 GMT 5.5
www.dainiknavajyoti.com/hindi/news_details.php?newsid=2716Wednesday, 12 May | 02:39:35 PM IST आरक्षण के मसले को लेकर गुर्जर समाज में विरोधाभास दौसा। आरक्षण मुद्दे पर दो फाड़ हो चुके गुर्जर समाज का एक गुट जहां आगामी 13 मई को दौसा के कैलाई गांव स्थित देवनारायण मन्दिर पर राष्टÑीय गुर्जर महापंचायत की तैयारियों में जुटा है वहीं मंगलवार को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने पत्रकारों के हर सवाल का जवाब ‘वेट एण्ड वॉच’ से दिया है। उनसे असंतुष्टों के बारे में किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि ईस्ट इण्डिया कम्पनी को इस वक्त बहुत से मीर जाफर मिल चुके हैं ऐसे में समाज का क्या होगा, समाज कहां जाएगा कहना मुश्किल है। गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत आरक्षण के बाद शेष 4 प्रतिशत के बारे में पूछे जाने पर कर्नल ने कहा कि यह मामला कोर्ट में है और कोर्ट का फैसला तो आने दो। यानि यहां भी ‘वेट एण्ड वॉच’। पत्रकारों से कर्नल ने कहा कि विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत के बाद अन्य वर्ग में आरक्षण के लाभ के बारे में कानून मंत्रालय द्वारा बात साफ कर ली गई थी इसके बाद ही इसे अमल में लाया गया है। उन्होंने कहा कि सिकंदरा चौराहे पर पड़ाव के दौरान महरावर जाना इसलिए जरुरी हो गया था कि महरावर में पड़ाव स्थल पर ज्यादा संख्या में लोग थे और पटरियों के नजदीक थे जिन्हें शांत करना ज्यादा जरुरी था। नहीं तो गुर्जरों के गांधीवादी आन्दोलन को ठेस पहुंच सकती थी। एक सवाल के जवाब में कर्नल बैसला ने कहा कि सरकार द्वारा प्रलोभन देने की बाते पिछले तीन आन्दोलनों से होती आई है और कर्नल यह कहते हुए टाल गए कि ‘‘सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं किया जा सकता’’ आने वाली 10 जून को सब साफ हो जाएगा कि कर्नल को क्या मिला, इंतजार तो करो। उन्होंने कहा कि यदि महापंचायत करने वाले लोग 50 प्रतिशत के भीतर आरक्षण ले आते हैं तो कर्नल उनकी हर बात मानने को तैयार है। उन्होंने महापंचायत में शामिल होने की बात पर कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है वे राष्टÑीय महापंचायत में शामिल हों या नहीं। उन्होंने विरोधियों पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि ये लोग दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में गुर्जरों को आरक्षण की बात क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि ऐसे मौका परस्त राजनीतिज्ञ लोगों ने राजस्थान की धरती को चरागाह समझ रखा है। उन्होने राजनैतिक पार्टियों के बारे में शामिल होने की बात को लेकर कहा कि आने वाले समय में वे स्वयं की पार्टी भी खड़ी कर सकते हैं। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 12:05:44 GMT 5.5
www.dainiknavajyoti.com/hindi/news_details.php?newsid=2716Wednesday, 12 May | 02:39:35 PM IST आरक्षण के मसले को लेकर गुर्जर समाज में विरोधाभास दौसा। आरक्षण मुद्दे पर दो फाड़ हो चुके गुर्जर समाज का एक गुट जहां आगामी 13 मई को दौसा के कैलाई गांव स्थित देवनारायण मन्दिर पर राष्टÑीय गुर्जर महापंचायत की तैयारियों में जुटा है वहीं मंगलवार को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने पत्रकारों के हर सवाल का जवाब ‘वेट एण्ड वॉच’ से दिया है। उनसे असंतुष्टों के बारे में किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि ईस्ट इण्डिया कम्पनी को इस वक्त बहुत से मीर जाफर मिल चुके हैं ऐसे में समाज का क्या होगा, समाज कहां जाएगा कहना मुश्किल है। गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत आरक्षण के बाद शेष 4 प्रतिशत के बारे में पूछे जाने पर कर्नल ने कहा कि यह मामला कोर्ट में है और कोर्ट का फैसला तो आने दो। यानि यहां भी ‘वेट एण्ड वॉच’। पत्रकारों से कर्नल ने कहा कि विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत के बाद अन्य वर्ग में आरक्षण के लाभ के बारे में कानून मंत्रालय द्वारा बात साफ कर ली गई थी इसके बाद ही इसे अमल में लाया गया है। उन्होंने कहा कि सिकंदरा चौराहे पर पड़ाव के दौरान महरावर जाना इसलिए जरुरी हो गया था कि महरावर में पड़ाव स्थल पर ज्यादा संख्या में लोग थे और पटरियों के नजदीक थे जिन्हें शांत करना ज्यादा जरुरी था। नहीं तो गुर्जरों के गांधीवादी आन्दोलन को ठेस पहुंच सकती थी। एक सवाल के जवाब में कर्नल बैसला ने कहा कि सरकार द्वारा प्रलोभन देने की बाते पिछले तीन आन्दोलनों से होती आई है और कर्नल यह कहते हुए टाल गए कि ‘‘सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं किया जा सकता’’ आने वाली 10 जून को सब साफ हो जाएगा कि कर्नल को क्या मिला, इंतजार तो करो। उन्होंने कहा कि यदि महापंचायत करने वाले लोग 50 प्रतिशत के भीतर आरक्षण ले आते हैं तो कर्नल उनकी हर बात मानने को तैयार है। उन्होंने महापंचायत में शामिल होने की बात पर कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है वे राष्टÑीय महापंचायत में शामिल हों या नहीं। उन्होंने विरोधियों पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि ये लोग दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में गुर्जरों को आरक्षण की बात क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि ऐसे मौका परस्त राजनीतिज्ञ लोगों ने राजस्थान की धरती को चरागाह समझ रखा है। उन्होने राजनैतिक पार्टियों के बारे में शामिल होने की बात को लेकर कहा कि आने वाले समय में वे स्वयं की पार्टी भी खड़ी कर सकते हैं। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 13, 2010 12:08:42 GMT 5.5
www.dainiknavajyoti.com/hindi/news_details.php?newsid=2714Wednesday, 12 May | 02:37:43 PM IST आरक्षण को लेकर गुर्जर समाज में विरोधाभास दौसा। आरक्षण मुद्दे पर दो फाड़ हो चुके गुर्जर समाज का एक गुट जहां आगामी 13 मई को दौसा के कैलाई गांव स्थित देवनारायण मन्दिर पर राष्टÑीय गुर्जर महापंचायत की तैयारियों में जुटा है वहीं मंगलवार को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने पत्रकारों के हर सवाल का जवाब ‘वेट एण्ड वॉच’ से दिया है। उनसे असंतुष्टों के बारे में किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि ईस्ट इण्डिया कम्पनी को इस वक्त बहुत से मीर जाफर मिल चुके हैं ऐसे में समाज का क्या होगा, समाज कहां जाएगा कहना मुश्किल है। गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत आरक्षण के बाद शेष 4 प्रतिशत के बारे में पूछे जाने पर कर्नल ने कहा कि यह मामला कोर्ट में है और कोर्ट का फैसला तो आने दो। यानि यहां भी ‘वेट एण्ड वॉच’। पत्रकारों से कर्नल ने कहा कि विशेष पिछड़ा वर्ग में 1 प्रतिशत के बाद अन्य वर्ग में आरक्षण के लाभ के बारे में कानून मंत्रालय द्वारा बात साफ कर ली गई थी इसके बाद ही इसे अमल में लाया गया है। उन्होंने कहा कि सिकंदरा चौराहे पर पड़ाव के दौरान महरावर जाना इसलिए जरुरी हो गया था कि महरावर में पड़ाव स्थल पर ज्यादा संख्या में लोग थे और पटरियों के नजदीक थे जिन्हें शांत करना ज्यादा जरुरी था। नहीं तो गुर्जरों के गांधीवादी आन्दोलन को ठेस पहुंच सकती थी। एक सवाल के जवाब में कर्नल बैसला ने कहा कि सरकार द्वारा प्रलोभन देने की बाते पिछले तीन आन्दोलनों से होती आई है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 14, 2010 10:34:41 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/RAJ-c-10-1129700-966498.htmlThursday,May 13,2010 17:41 [IST] गुर्जर करेंगे 13 जून को राजस्थान बंद सिकंदरा में हुई महापंचायत, सरकार 1 जून तक करे गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान जयपुर। आरक्षण के मुद्दे पर गुर्जरों ने कर्नल बैसला का फैसला खारिज करते हुए 13 जून को राजस्थान बंद करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सरकार को उनका 5 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए 1 जून तक का समय दिया है। सिकंदरा के पास गुरुवार को आयोजित राष्ट्रीय महापंचायत में अगली रणनीति का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब तक महापंचायतें बहुत हो चुकी हैं। लोग अब इनसे परेशान हो चुके हैं। अब सीधे रणनीति घोषित होगी। इससे पहले विधूड़ी ने दोहराया कि कर्नल बैसला ने पहले आंदोलन में अपनी गरीबी दूर की, दूसरे आंदोलन में लोकसभा का टिकट लिया। अपने समधी को चेयरमैन बनवाया और अब तीसरे आंदोलन से अपनी बेटी के लिए राज्यसभा का टिकट तय किया है। उन्होंने अपने छोटे से स्वार्थ के लिए न केवल समाज को बेचा बल्कि 72 शहीदों की कुर्बानी को भी खराब किया है। इससे पहले पूर्व विधायक गोपीचंद गुर्जर, दाताराम गुर्जर,प्रहलाद गुंजल, पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, पूर्व महापौर शील धाभाई, हरियाणा के पूर्व मंत्री करतारसिंह भड़ाना, विधायक हेमसिंह भड़ाना सहित कई गुर्जर नेताओं ने कर्नल बैसला को गलत फैसले करने के लिए कोसा और उन पर स्वार्थसिद्धि के आरोप लगाए। गुर्जरों ने रखी ये मांगें : सरकार 80,000 भर्तियों में ही गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण दे। जेलों में बंद गुर्जरों को तुरंत रिहा करने के साथ ही मुकदमे वापस लिए जाएं। पिछले आंदोलनों में घायल और नि:शक्त लोगों को पेंशन मंजूर की जाए। केन्द्र सरकार को सेना में गुर्जर रेजीमेंट बनाने की सिफारिश करे। देवनारायण विकास बोर्ड का बजट बढ़ाकर काम तुरंत शुरू किया जाए। सरकार उन्हें 5 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा 1 जून तक ही करे। हैलीकॉप्टर देखने के लिए उमड़ी भीड़ : सिकंदरा में हरियाणा के फरीदाबाद से हैलीकॉप्टर लेकर आए पूर्व मंत्री करतारसिंह भड़ाना का हैलीकॉप्टर देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 14, 2010 10:39:04 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/RAJ-JAI-rajasthan-gujjar-will-close-on-june-13-969083.htmlFriday, May 14, 2010 04:49 [IST] गुर्जर 13 जून को करेंगे राजस्थान बंद Bhaskar News जयपुर. आरक्षण के मुद्दे पर सिकंदरा के पास गुरुवार को हुई राष्ट्रीय महापंचायत में गुर्जरों ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला का फैसला खारिज करते हुए 13 जून को राजस्थान बंद का एलान किया है। साथ ही सरकार को 5 प्रतिशत आरक्षण लागू करने के लिए 1 जून तक का समय दिया है। महापंचायत में दिल्ली के पूर्व विधायक रामवीरसिंह विधूड़ी ने कहा कि अब तक महापंचायतें बहुत हो चुकी हैं। अब सीधे रणनीति घोषित होगी। इससे पहले विधूड़ी ने दोहराया कि कर्नल बैसला ने अपने स्वार्थो के लिए न केवल समाज को बेचा बल्कि 72 शहीदों की कुर्बानी को भी खराब किया है। पूर्व विधायक गोपीचंद गुर्जर, दाताराम गुर्जर, प्रहलाद गुंजल, पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, पूर्व महापौर शील धाभाई, हरियाणा के पूर्व मंत्री करतारसिंह भड़ाना, विधायक हेमसिंह भड़ाना सहित कई गुर्जर नेताओं ने भी बैसला को गलत फैसले करने के लिए कोसा और उन पर स्वार्थसिद्धि के आरोप लगाए। अपेक्षा से कम ही रही भीड़ : महापंचायत में गुरुवार को अपेक्षा से बहुत कम भीड़ रही। महापंचायत में जितने नेता मौजूद थे, उन्हें देखते हुए जितनी भीड़ होनी चाहिए थी, उतनी नहीं थी। हैलीकॉप्टर देखने के लिए उमड़ी भीड़ : सिकंदरा में हैलीकॉप्टर देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। यह हैलीकॉप्टर हरियाणा के पूर्व मंत्री करतारसिंह भड़ाना का था। पंचायत में व्यवधान : महापंचायत में गुर्जरों में आपस में ही विवाद हो गया। बाद में विवाद कर रहे कुछ युवकों ने पंचायत से बाहर भेज दिया। वक्ताओं ने विवाद करने वाले युवकों को सरकार और बैसला का एजेंट बताया। डेढ़ साल गहलोत चुप क्यों रहे : वसुंधरा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद मेरे निवास पर एक माह तक गुर्जर आंदोलन की रणनीति बनाने और लोगों को भड़काने का आरोप हास्यास्पद है। गहलोत को जानकारी थी तो वे अब तक खामोश क्यों बैठे रहे? संवेदनशील और जवाबदेह सरकार का दावा करने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि इतनी गंभीर बात को जनता से क्यों छिपाया। वे जनता से झूठ बोलने के लिए माफी मांगें। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 14, 2010 10:45:56 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dausa/14052010/dausa-news/113566.htmlबैंसला की खिलाफत के स्वर 14 मई 2010, 23:01 hrs IST सिकन्दरा/ गीजगढ। सिकन्दरा की बुर्जा ढाणी के समीप गुरूवार को हुई गुर्जर महापंचायत ने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला व राज्य सरकार के बीच हुए फैसले को मानने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही बैंसला को दूर रखकर कर अलग से आंदोलन शुरू करने का संकेत दिया और घोषणा की कि 13 जून को राजस्थान को बंद किया जाएगा। महापंचायत ने इसके लिए राज्य सरकार को एक जून तक की मोहलत देते हुए यह भी कहा कि विशेष पिछडा वर्ग में शामिल नहीं करने तक कोई समझौता नहीं किया जाएगा। महापंचायत स्थल पर प्रात: करीब 9 बजे से ही लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गय। लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली-जीप व दुपहिया वाहन से पंचायत स्थल पर पहंुचे। धूप से बचने के लिए बडा टैंट लगाया गया। महापंचायत के शांतिपूर्ण निपटने के बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली। एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था माकूल रखी गई। आयोजकों की ओर से महापंचायत में एक लाख से दो लाख तक लोगों के आने का दावा किया गया था,लेकिन इसमें चार-पांच हजार लोगों ने ही हिस्सेदारी निभाई। उल्लेखनीय है कि बैंसला व राज्य सरकार के बीच समझौता होने के बाद भी सिकन्दरा के आंदोलनकारियों ने अपना तीन दिन तक पडाव नहीं हटाया था,लेकिन बाद में उन्होंने पडाव को हटाकर आज के दिन महापंचायत बुलाने का फैसला किया था। इसमें ज्यादातर वक्ताओं ने किरोडी बैंसला को घेरा और उन पर निजी स्वार्थ के लिए गुर्जर समाज के हितों की बलि चढाने का आरोप लगाया। इन्होंने दिया संबोधन महापंचायत में संघर्ष समिति के संरक्षक रामवीरसिंह विधूडी के भाषण में ज्यादातर निशाना किरोडी बैंसला पर ही रहा। उन्होंने बैंसला को गुर्जर आरक्षण आंदोलन से दूर रखने का संकेत दिया और उन पर कई आरोप जडे। उन्होंने कहा कि सरकार को एक जून तक का समय है। इस दौरान वह गुर्जरों को पचास प्रतिशत के अन्दर अनुसूचित जनजाति कोटे में से पांच प्रतिशत आरक्षण दिलाए। उन्होंने अन्य मांगों की भी जानकारी महापंचायत को दी। उन्होंने कहा कि कर्नल किरोडीसिंह ने छह करोड गुर्जरों की भावनाओं को नजरअंदाज कर अपने या अपने रिश्तेदार के लिए राज्यसभा में जाने का सरकार से समझौता कर लिया। उन्होंने कहा समाज की कुर्बानी भुलाकर उसे तीन बार बेच दिया। करतारसिंह भडाना ने कहा कि यदि समाज एक जुट रहा तो एसटी में आरक्षण लेकर रहेंगे। पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि कर्नल ने सरकार का दलाल बनकर पीलूपुरा आन्दोलन का षडयंत्र रचा और लोकसभा का टिकट ले लिया। विधायक हेमसिंह भडाना ने कहा कि विधानसभा को गुर्जर आरक्षण मसले का हल नहीं निकलने तक चलने नहीं दिया जाएगा। महापंचायत को पूर्व मंत्री नाथू सिंह,शीला धाबई, पूर्व विधायक गोपीचन्द गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, रामगोपाल गार्ड, राजकुमारी, दाताराम खेतडी, अलकासिंह, महेश अवाना, जयसिंह सरपंच, अवतारसिंह भडाना, ताराचन्द पार्षद, राजेन्द्र कसाना, यदुवीरसिंह धौलपुर, दिनेश पांचोली व धर्मपालसिंह खेतडी ने भी संबोधित किया। प्रशासन रहा मुस्तैद - दुब्बी पुलिस चौकी व टोल प्लाजा पर अर्घसैनिक बल का जाप्ता तैनात रहा। वहीं पुलिस व प्रशासनिक अधिकरियों ने महापंचायत की पल-पल की सूचना ली। थाना बना पुलिस छावनी सिकराय । गुर्जर महापंचायत के मद्देनजर मानपुर थाने पर प्रात: से ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। इसमें दो आरएसी की कम्पनी व अलवर से सुरक्षा बल पुलिस प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बुलाए थे। थाने पर एएसपी शंकर सहाय, एएसपी दौसा गोपालसिंह, पुलिस उपाधीक्षक रविशेखन मिश्रा व धर्मेन्द्र यादव, एडीएम सुखवीर सैनी पल-पल की सूचना लेकर उ“ााधिकारियों को दे रहे थे। महुवा । महापंचायत के चलते पुलिस ने जयपुर जाने वाले वाहनों को मण्डावर, राजगढ, बांदीकुई होकर दौसा निकाला गया। महापंचायत को लेक र गुरूवार सुबह ही थाने के सामने से वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया। भाण्डारेज। सिकन्दरा में गुर्जर महापंचायत के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले वाहनों को गुरूवार को लालसर मार्ग से निकाला गया। इस दौरान भाण्डारेज मोड पर दौसा सदर थाना पुलिस वाहनों को डायवर्ट करने में लगे हुए थे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 14, 2010 10:56:55 GMT 5.5
in.jagran.yahoo.com/news/local/rajasthan/4_9_6410603.htmlगुर्जरों का राजस्थान बंद 13 जून को May 14, 12:24 am बताएं जयपुर, जासंकें : आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के एक गुट ने 13 जून को राजस्थान बंद की घोषणा की है। दिल्ली के गुर्जर नेता रामवीर सिंह विधुड़ी की अगुवाई में गुरुवार को दौसा के सिकंदरा में हुई गुर्जर समाज की महापंचायत में आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया। विधुड़ी सहित अन्य गुर्जर नेताओं ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला पर समाज को धोखा देने और अपनी बेटी को कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा में भेजने के लिए समझौता करने जैसे गंभीर आरोप लगाए। इन नेताओं ने कहा कि बैंसला का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। महापंचायत में अवतार सिंह भड़ाना, प्रदेश के पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर, कालूलाल गुर्जर, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, गोपीचंद गुर्जर सहित अनेक नेता मौजूद थे। उधर, बैंसला ने पत्रकारों से बातचीत में विधुड़ी सहित राज्य के बाहरी नेताओं को ईस्ट इंडिया कंपनी करार देते हुए कहा कि उन्होंने समाज के हित में निर्णय किया है। Attachments:
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