|
Post by AP Singh on May 27, 2010 14:14:45 GMT 5.5
Mr.A.P.Singh, Was 5% quota alternative of ST status which was agreed by Bainsla.You sad in an eralier he did right thing joining political party but now he has resigned from BJP.Will agitatiom be the same as it was in the past? I dont have any idea about the actual circumstances but it is clear that he is not a politician but a tough and desciplined army officer. He must be having some short term as well as long goals in his mind to achieve while taking such decisions. May be that he realised later that Vasundhra Raje tricked his community members by giving false promise at the time of getting reservation for the community of her husband and secure reservations for all her future generations. The kind of descipline shown during the agitation by Col. Bainsla despite so many killings by the police force, he proved that he can be an asset to any organisation and he should be free to join any oraganisation whereever he feel comfirtable to achieve his goals. I also appreciate the role of the Army during the agitation for the respect they shown for their ex-army personnels who were on agitation in large numbers. The army has also displayed the true spirit that they should not be used against the people of their own country as they are trained to fight mainly the external threats to the Nation.
|
|
|
Post by dipakgurjar on May 30, 2010 20:50:46 GMT 5.5
bagdawat.blogspot.com/गुर्जर शहीदों की याद में आंखें नम आरक्षण आंदोलन में कुर्बानी देने वाले गुर्जरों की दूसरी बरसी पर सिकंदरा चौराहा, शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा (दौसा जिला-राघवेन्द्र सिंह गुर्जर). आंखें में पिता को खोने का गम लेकिन उनकी शहादत के गर्व से सीना ताने, सधे कदमों से जब गुर्जर शहीदों के सपूत शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करने निकले तो वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम हो गई। पूरा माहौल गर्वीले नारों से गूंज उठा। मौका था, आरक्षण आंदोलन में शहीद हुए गुर्जर सपूतों की दूसरी बरसी पर सिकंदरा चौराहे पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा का। सभा में वीरांगना गुर्जरियों सहित अच्छी-खासी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। सुबह 10 बजे से ही आसपास के गांवों से गुर्जर समाज के लोग चौराहे पर आने शुरू हो गए थे। सबसे पहले शहीदों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके बाद में दो मिनट को मौन रखकर उन्हें श्रद्धंजलि दी गई। सभा में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जी.आर.खटाना, एनएसयूआई के जिला महासचिव चंचल कसाना, थानागाजी विधायक हेमसिंह भडाना, राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष गोपीचन्द गुर्जर, सियाराम वकील कैमरी, भाजपा नेता अमरसिंह कसाना, महेन्द्रसिंह खेड़ला, गुर्जर समाज के जिलाध्यक्ष मनफूल तूंगड़, महासभा के पूर्व प्रदेश महामंत्री गिरिराज प्रसाद घुरैया, युवा गुर्जर महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष मानसिंह बुर्जा, प्रदेश सचिव महावीर रलावता, मंडी समिति अध्यक्ष रायसिंह गुर्जर, रामविलास मरियाड़ा, शहीद स्मारक समिति के सचिव जयसिंह पटेल, पूर्व सरपंच श्रवण सुबेदार, रामप्रसाद पटेलवाला, नंगूराम पाँचौली सहित दर्जनो गुर्जर नेताओं व समाज के सैकड़ों लोगों ने शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on May 30, 2010 20:53:11 GMT 5.5
bagdawat.blogspot.com/पुष्पांजलि, दो मिनट का मौन आरक्षण आंदोलन में शहीद गुर्जरों की याद में कल्याणपुरा खुर्द में श्रद्धांजलि सभा (जयपुर जिला-कोटपूतली). कल्याणपुरा खुर्द स्थित शहीद स्मारक पर शनिवार को श्रद्धांजलि सभा हुई। इस दौरान समाज के लोगों ने आरक्षण आंदोलन में मारे गए गुर्जरों की कुर्बानी को याद करते हुए स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की व दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर विधायक रामस्वरूप कसाणा ने कहा कि आरक्षण का फायदा हमें तभी मिलेगा जब हमारे बच्चे शिक्षित होंगे। उन्होंने गहलोत सरकार द्वारा गुर्जरों को दिए गए आरक्षण की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैंने समाज के साथ कभी धोखा नहीं किया। सभा को अखिल भारतीय गुर्जर संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सोहना हरियाणा के पूर्व विधायक चौधरी सुखवीर सिंह जोनापुरिया, पूर्व विधायक रामचंद्र रावत, बानसूर की शकुंतला रावत, सुभाष छावड़ी, सरपंच सांवतराम, शिवसेना के अमर सिंह कसाणा, युवा गुर्जर नेता नीरज पटेल, भूरेलाल बागड़ी, सरपंच रामकुंवार, महेन्द्र व राजपाल कसाणा सहित अनेक गुर्जर नेताओं ने सभा को संबोधित किया। मंच संचालन मुकेश कसाणा ने किया। इससे पूर्व सभी गुर्जर नेताओं ने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करते हुए दिवंगत शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on May 30, 2010 20:56:21 GMT 5.5
bagdawat.blogspot.com/गुर्जर आंदोलन के शहीदों की याद में मोमबत्तियां जलाईं गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धाजंलि सभा, 31 मई को होने वाली बैठक व 13 जून के राजस्थान बंद को सफल बनाने की तैयारियों पर भी चर्चा जयपुर . गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर शनिवार शाम राजस्थान गुर्जर महासभा युवा प्रकोष्ठ की ओर से 72 मोमबत्तियां जलाकर आरक्षण आंदोलन में मारे गए गुर्जर शहीदों को श्रद्धाजंलि दी गई। श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में शामिल हुए गुर्जर समाज के लोगों ने दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोग भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। महासभा के अध्यक्ष रामगोपाल गार्ड व शील धाभाई सहित महासभा के पदाधिकारियों ने गुर्जर आरक्षण मुद्दे पर विचार रखे। इस दौरान 31 मई को होने वाली बैठक व 13 जून के राजस्थान बंद की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on May 30, 2010 21:05:07 GMT 5.5
bagdawat.blogspot.com/2010/05/blog-post_12.htmlविधूड़ी को राजस्थान की सीमा में नहीं घुसने दूंगा बैसला ने रामवीर सिंह विधूड़ी द्वारा लगाए गए राज्यसभा में जाने का सौदा करने के आरोप को नकारा, कहा समाज हित में किया फैसला (दौसा जिला). कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में रामवीर सिंह विधूड़ी द्वारा राज्यसभा में जाने का सौदा करने के आरोप को नकारते हुए कहा कि न तो मैं कांग्रेस का गुलाम हूं और न ही भाजपा का खरीदा हुआ हूं। समाज हित में सरकार के साथ समझौता किया है। 10 जून को सारी तस्वीर साफ हो जाएगी। बैसला ने आरोप लगाया कि गुर्जर समाज को ईस्ट इंडिया कंपनी के लोग बरगलाने में लगे हुए हैं। ऐसे लोग दिल्ली, हरियाणा में ही समाज को एकजुट कर आरक्षण दिलाने की बात क्यों नहीं करते। इन्होंने राजस्थान को चरागाह समझ रखा है। मैं इन लोगों के मंसूबे पूरे नहीं होने दूंगा। ऐसे लोगों को शाहपुरा से राजस्थान की सीमा में नहीं घुसने दूंगा। रामवीर सिंह विधूड़ी सहित समाज में किसी भी सदस्य ने मुझे एक भी पैसा दिया है, तो वह बेहिचक मेरे घर आए। मेरी तरफ बकाया निकलेगा, तो सूद सहित लौटा दूंगा। ये सब बरसाती मेंढक हैं। स्वार्थ सिद्ध करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। विधूड़ी अपनी गिरेबान में झांककर देखें। वे पहले एनसीपी में थे, टिकट न मिला तो कांग्रेस में चले गए और अब भाजपा में जा रहे हैं। ऐसे दलबदलुओं का कोई अस्तित्व नहीं। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on Jun 12, 2010 18:17:40 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-600705-1051454.htmlआंदोलन में नहीं होगी एकमुखी व्यवस्थासिकंदरा. गुर्जर आरक्षण के मामले में सरकार से कर्नल बैंसला द्वारा किए गए फैसले से खफा समाज के लोगों द्वारा गठित गुर्जर आरक्षण समिति के प्रदेश संरक्षक अमरसिंह कसाना ने कहा कि अब समाज द्वारा किया जाने वाला कोई भी निर्णय एकमुखी व्यवस्था के अंतर्गत नहीं होगा। इसे लेकर समाज ने 31 सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया है। 16 जून को समिति द्वारा जिला मुख्यालयों पर दिए जाने वाले धरने व ज्ञापन को लेकर शुक्रवार को सिकंदरा चौराहे पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कसाना ने कहा कि समाज के लोगों की कमेटी के निर्णय अनुसार ही अब आगे आंदोलन या वार्ताओं के निर्णय होंगे। अब समिति समाज को साथ लेकर आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन को शांतिपूर्वक चलाएंगे। इसकी शुरुआत 16 जून केा जिला मुख्यालयों पर धरने व ज्ञापन के माध्यम से की जाएगी। इसके बाद समिति आगे रणनीति का निर्णय करेगी। उन्होंने कहा कि समिति कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी तक मिलने का निर्णय कर चुकी है। उन्होंने जिला मुख्यालय पर आयोजित धरने का खुलासा करते हुए कहा कि समाज के लोग दौसा जिला मुख्यालय पर सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक धरना देकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे। ये रहेंगी छह मांगें प्रदेश संरक्षक कसाना ने बताया कि समिति की छह मांगे प्रमुख है। इनमें समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण, समाज के लोगों के आंदोलन के समय लगे मुकदमों की वापसी, आंदोलन के दौरान गिरफ्तार समाज के लोगों की रिहाई, गुर्जर आंदोलन में घायल हुए समाज के लोगों को 10 हजार रुपए मासिक पेंशन, देवनारायण बोर्ड का बजट 500 करोड करवाना तथा भारतीय सेना में गुर्जर रेजिमेंट की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को सिफारिश शामिल है। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on Jun 17, 2010 10:13:49 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/RAJ-JAI-c-10-1146115-1064091.htmlआरक्षण के लिए गुर्जरों का प्रदर्शनप्रदर्शन करके कलेक्टरों को दिए ज्ञापन। जेलों में बंद गुर्जरों को रिहा करने की मांग। जयपुर. अन्य पिछड़ा वर्ग में से कम करके पांच प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर गुर्जरों ने बुधवार को राज्यभर में जिला मुख्यालयों पर धरना दिया। इसके बाद गुर्जरों ने प्रदर्शन देकर कलेक्टरों को ज्ञापन भी दिए। जयपुर में प्रमुख गुर्जर नेता रामवीर सिंह विधूड़ी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर धरना दिया गया। धरने पर बैठे लोगों को पूर्व जिला प्रमुख रामगोपाल गार्ड, पूर्व शील धाभाई, विधायक हेमसिंह भड़ाना ने भी संबोधित किया। गुर्जरों ने सरकार से मांग की है कि जेलों में बंद गुर्जरों को तत्काल रिहा किया जाए। समझौते के मुताबिक उन पर आंदोलन के संबंध में दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। देवनारायण विकास बोर्ड के लिए 500 करोड़ रुपए देने के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के 21 प्रतिशत में से 5 प्रतिशत आरक्षण उन्हें अलग से दिया जाए। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on Jun 17, 2010 10:22:34 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/jaipur/17062010/jaipur-news/125668.htmlधरने के जरिए दिखाई ताकत 17 जून 2010, 23:56 hrs IST जयपुर । विशेष्ा पिछडा वर्ग को पांच फीसदी आरक्षण सहित छह सूत्री मांगों को लेकर गुर्जर समाज ने बुधवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जिला मुख्यालयों पर धरने दिए।जयपुर में राजस्थान गुर्जर आरक्षण समिति के मुख्य संरक्षक रामवीर सिंह विधूडी, विधायक हेम सिंह भडाना, पूर्व जिला प्रमुख रामगोपाल गार्ड, जयपुर की पूर्व महापौर शील धाबाई सहित अन्य नेता दोपहर दो बजे से जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे और कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापसी, गिरफ्तार गुर्जर प्रतिनिघियों की रिहाई, आंदोलन के दौरान घायल गुर्जरों को दस हजार प्रतिमाह पेंशन आदि के लिए केन्द्र को सिफारिश करने की मांग की गई है। Attachments:
|
|
|
Post by dipakgurjar on Jun 17, 2010 10:25:47 GMT 5.5
in.jagran.yahoo.com/news/local/rajasthan/4_9_6496855.htmlप्रदेश भर में गुर्जरों ने दिया धरनाJun 17, 12:18 am जयपुर, जासंकें : राजस्थान के आंदोलित गुर्जरों ने बुधवार को एक बार फिर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में धरना दिया। राजस्थान गुर्जर आरक्षण समिति की ओर से अपने छह सूत्री मांग पत्र के समर्थन में आंदोलन चलाया जा रहा है। प्रमुख मांगों में गुर्जर बिरादरी के लिए संविधान के तहत पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग प्रमुख है। धरने में भाग लेने के लिए प्रदेश भर से भारी संख्या में लोग आए और धरने पर बैठे। नेताओं ने जिला कलेक्टरों के मार्फत राजस्थान सरकार को अपने मांग पत्र सौंपे। आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। जयपुर में राजस्थान गुर्जर आरक्षण समिति के मुख्य संरक्षक रामवीर सिंह विधुड़ी, प्रमुख गुर्जर नेता हेम सिंह भड़ाना, राम गोपाल गार्ड धरने पर बैठे और दोपहर 12 बजे समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ जिला कलेक्टर के पास गए और उन्हें मांग पत्र सौंपा। Attachments:
|
|
|
Post by Krishan Kumar Gurjar - Lohmod on Dec 23, 2010 10:37:59 GMT 5.5
'Govt stand on reservation contradictory' JAIPUR: The high court verdict staying the operation of the Act of 2008 extending special reservation to the Special Backward Classes and Economically Backward Classes including Gujjars, has been strongly opposed by the community leaders who claimed that the state government had taken a contradictory stand during the course of hearing on Wednesday. The state government in its reply in the court on Wednesday had categorically stated that the issue of dividing the backward classes into two categories would not be accepted by the State Backward Classes Commission. However, according to Gujjar leaders, a survey of the Gujjar population was already undertaken by the Justice J R Chopra committee. The panel had visited 29 districts and had invited representations from the general public and different communities. In all, the committee received 14,625 representations and 32,615 affidavits were filed before it. The government had also given in a reply that the committee had conducted a village survey of 450 villages in two rounds. The reply also clarified that the committee collected a quantifiable data relating to 29,747 Gujjar faimilies living in 20 districts of the state. Thereafter, on the basis of a hyopthetical number of six members per family, a conclusion was reached that there are 1,78,482 Gujjar community members in the state which forms 46.6% of the total population (3,82,992) living in the sample villages. "The order is a failure of Ashok Gehlot government. The data was colleted by Chopra commission but the same was not produced before the court. The arguments raised in the court are contrary to the reply filed in writing and the government has backstabbed the Gujjar community," said Man Singh Gurjar, one of the leaders of the agitation. Read more: 'Govt stand on reservation contradictory' - The Times of India timesofindia.indiatimes.com/city/jaipur/Govt-stand-on-reservation-contradictory/articleshow/7148513.cms#ixzz18uNvXw3v
|
|