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Post by dipakgurjar on Apr 20, 2010 9:38:09 GMT 5.5
www.dainiknavajyoti.com/hindi/news_details.php?newsid=921भर्तिया रोकने पर अड़े गुर्जर Tuesday, 20 April | 09:37:10 IST जयपुर। गुर्जरों को पांच प्रतिशत विशेष पिछड़ा वर्ग में आरक्षण दिए जाने पर गुर्जर नेताओं और सरकार में सैद्धान्तिक सहमति तो हो गई है, लेकिन आरक्षण मिलने तक अस्सी हजार सरकारी नौकरियों की भर्तियों को रोकने के मुद्दे पर गुर्जर नेताओं के अड़ जाने से गतिरोध पैदा हो गया है। यह स्थिति तो तब है जब विशेष आरक्षण को लागू करने पर हाईकोर्ट ने फिलहाल पाबंदी लगा रखी है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अस्वस्थ हैं। अस्वस्थता के बावजूद वे और ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने समस्या के समाधान के लिए वार्ता की पहल की है। रविवार को दिन में तथा देर रात को विद्युत भवन में वार्ता के हुए दो दौर के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला। लिहाजा अब सोमवार को वार्ता का नया दौर शुरू होगा। विद्युत भवन में रविवार दोपहर ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह की अगुवाई में सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और अन्य गुर्जर नेताओं के साथ बातचीत शुरू की। करीब पांच घंटे चली वार्ता के बाद सरकार ने गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग में पांच फीसदी आरक्षण देने पर अपनी सैद्धान्तिक मंजूरी दे दी है, जिस पर गुर्जर नेता भी सहमत हो गए। हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित समिति के तीन मई तक रिपोर्ट देने तक भर्तियों पर रोक लगाने और इस समयावधि में आयु सीमा पार कर गए गुर्जर युवकों को नौकरियों में आयु सीमा की छूट दिए जाने पर भी सहमति हो गई। लेकिन गुर्जरों को आरक्षण मिलने तक सरकारी नौकरियों में भर्ती पर रोक लगाए जाने की मांग पर गुर्जर नेता अड़ गए। इससे वार्ता में गतिरोध पैदा हो गया है। सरकार ने गुर्जरों के सामने प्रस्ताव रखा है कि गुर्जर समाज के विशेष पिछड़ा वर्ग में पांच प्रतिशत आरक्षण को ध्यान में रखते हुए की जाने वाली भर्तियों में पांच प्रतिशत कोटे को रिजर्व रखकर भर्तियां की जाए। गुर्जरों के आरक्षण का फैसला हो जाने के बाद इस कोटे में गुर्जर समाज के लोगों को नौकरियां दे दी जाएगी। लेकिन गुर्जर नेता अड़ गए। वे चाहते हैं कि सरकार गुर्जरों को आरक्षण मिलने तक किसी भी तरह की कोई भर्ती प्रक्रिया शुरु नहीं करे। तब तक भर्ती पर पूर्ण पाबंदी लगा दी जाए। वार्ता में सरकार की ओर से गृह सचिव प्रदीप सेन, विधि सचिव एसएस कोठारी, संभागीय आयुक्त किरण सोनी गुप्ता, करौली कलेक्टर नीरज के. पवन भी शामिल थे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 20, 2010 10:04:36 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/tonk/28032010/tonk-newss/96061.htmlमहापडाव में महिलाएं मंगलवार, 20 अप्रैल, 2010 टोंक। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से यहां बनास पुलिया के निकट भूणाजी मंदिर में डाले गए महापडाव के दूसरे दिन शनिवार को समाज की महिलाएं भी शामिल हो गई। कई गांवों की महिलाएं नाचते-गाती पडाव स्थल पर पहंुची। इस दौरान महिलाओं ने आरक्षण के लिए जारी आन्दोलन में पुरूषों को साथ देने का विश्वास दिलाया। महापडाव के दूसरे दिन भी जयपुर में सरकार व गुर्जर प्रतिनिधि मंडल के बीच जारी वार्ता के नतीजों का इंतजार रहा। इस दौरान जिला परिषद सदस्य व गुर्जर समाज के नेता छोगालाल गुर्जर ने कहा कि समाज के के जागरूक होने से ही आन्दोलन सफल होगा। उन्होंने समाज के लोगों की एकजुटता पर जोर दिया। महापडाव स्थल पर नगरपरिषद के उपसभापति हरिभजन गुर्जर, कृषि मंडी चेयरमैन रामनिवास गुर्जर, राजस्थान गुर्जर महासभा के ब्लॉक अध्यक्ष रामलाल सण्डीला रामसिंह मुकुल, बधराज मालपुरा, किशनलाल तथा महिला प्रतिनिधि के तौर पर सीता, काली, मनभर उपस्थित थी। भजनों में गुजरी रात महापडाव स्थल पर शुक्रवार रात्रि को गुर्जर समाज लोगों ने भजन सुनाने शुरू कर दिए। इस दौरान लोगों ने एक से बढकर एक रचनाएं प्रस्तुत की। समाज के लोग दूरभाष से अन्य जिलों में आयोजित महापडाव की जानकारी लेते रहे। पुलिस-प्रशासन चौकस गुर्जरों के महापडाव के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी चौकस है। जिला कलक्टर प्रमिला सुराणा ने छुट्टी के दिन भी कलक्ट्रेट पहुंचकर महापडाव की जानकारी ली तथा उ“ा अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी। पुलिस के खुफिया अधिकारी महापडाव स्थल पर ही मौजूद रहे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 20, 2010 10:53:31 GMT 5.5
in.jagran.yahoo.com/news/local/rajasthan/4_9_6351773.htmlबैंसला व सरकार में बनने लगी बात Apr 20, 02:28 am जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। आरक्षण की मांग को लेकर आन्दोलन कर रहे गुर्जर नेताओं और सरकार के बीच रविवार को कई मुद्दों पर सहमति बनने के बाद सोमवार को नौकरियों में भर्ती के मुद्दे को लेकर फिर बातचीत हुई। दोनों ही पक्ष भर्ती रोकने के मुद्दे पर तो सहमत थे। लेकिन सरकार इस बारे में लिखित में कुछ भी नहंी देना चाहती थी। वहीं गुर्जर समाज चाहता था कि सरकार यह लिखकर दे कि वह भर्ती की प्रक्रिया अंतिम निर्णय होने तक रोकी जाएगी। हालांकि दोनों पक्षों ने विवाद का हल निकलने की बात कही। सरकार और गुर्जर नेताओं का कहना है कि सहमति बन गई है शीघ्र ही घोषणा हो जाएगी। गौरतलब है पिछले एक सप्ताह से आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आन्दोलन के बीच सरकार के साथ पिछले तीन दिन से कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सहित अन्य गुर्जर नेताओं की बातचीत शुरू हुई है। सरकार की ओर से ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह सहित आधा दर्जन आला अधिकारी वार्ता में शामिल हो रहे है। रविवार को हुई वार्ता में बातचीत के आधार पर ही हाइकोर्ट के निर्देश के मुताबिक सरकार द्वारा इस मसले का हल निकालने के लिए सेवानिवृत्त जज आई.एस.इसरानी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। इसके साथ ही सरकार ने यह भी तय कर दिया कि इस प्रकरण का हल निकलने तक ओवरएज होने वाले गुर्जर युवाओं को कुछ समय के लिए आयुसीमा में छूट दी जाएगी। सरकार की गुर्जर नेताओं के साथ कुछ अन्य मुद्दों पर भी सहमति हो गई थी। लेकिन एक मुद्दे पर सोमवार को जिस एक विषय पर सहमति नहीं बन पाई वह थी भर्ती पर रोक। सरकार चाहती थी कि हाईकोर्ट के निर्देश पर बनाई गई उच्च स्तरीय कमेटी की तीन मई को आने वाली रिपोर्ट तक भर्ती की प्रक्रिया रोकी जाए। वहीं गुर्जर नेता चाहते थे कि इस मामले का अंतिम हल होने तक प्रक्रिया रोकी जाए। आखिरकार दोनों ही पक्षों में यह सहमति हुई कि कांग्रेस के प्रमुख गुर्जर नेताओं की मौजूदगी में सरकार अनौपचारिक रूप से भर्ती पर रोक की घोषणा करे। सरकार यह बात मान गई और अंत में कर्नल बैंसला की सरकारी प्रतिनिधि ऊर्जा मंत्री के साथ समझौता वार्ता हुई। अब बैंसला महापड़ाव स्थल दौसा के सिकन्दारा में जाकर साथियों से बातचीत कर आगे का निर्णय करेंगे। एक तरफ बैंसला सरकार से जयपुर में बात कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ सिकन्दरा में गुर्जरों ने रास्ता रोककर महापड़ाव जारी रखा। प्रदेश के अन्य इलाकों टोंक, अजमेर, अलवर में भी गुर्जरों का महापड़ाव रहा। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 20, 2010 14:35:30 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/20/c-10-1116939-893026.htmlगुर्जरों की गेंद अब कमेटी के पाले में, बैसला लौटे Tuesday, Apr 20th, 2010, 1:55 pm [IST] वार्ता में आया गतिरोध। आज फिर होनी थी सरकार से बातचीत। जयपुर. गुर्जरों के आरक्षण की गेंद सरकार ने अब हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित कमेटी के पाले में डाल दी है। इस बीच 5 प्रतिशत आरक्षण के मुद्दे पर तीन दिन से वार्ताओं में उलझे कर्नल किरोड़ी बैसला आखिर मंगलवार सुबह सिकंदरा लौट गए। इससे पहले सोमवार रात को बैसला ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के बाद उम्मीद जताई थी कि कोई सकारात्मक परिणाम निकलेगा। उनकी बुधवार को इस मुद्दे पर फिर सरकार से बातचीत होगी। इससे पहले बैसला ने रणनीति बदलते हुए भर्तियों पर रोक लगाने की मांग छोड़ दी थी। वे आरक्षण देने की समय सीमा बताने पर अड़ गए थे। इधर, बैसला के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि पिछले तीन दिन से सरकार ने वार्ताओं के चक्कर में कर्नल को उलझा रखा था। सरकार कोई ठोस फार्मूला नहीं बता पा रही थी। इसलिए बैसला सिकंदरा लौट आए हैं। वे यहां पहले अपने लोगों से बात करेंगे और उसके बाद पंचायत में तीन दिन में सरकार से हुई वार्ता का खुलासा करेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति बनाएंगे। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूपसिंह ने बताया कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा। सरकार कोई ठोस उपाय बताए तो हम वार्ता के लिए तैयार हैं। गुर्जरों की गेंद कमेटी के पाले में : उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. जितेन्द्रसिंह ने भास्कर से बातचीत में कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश पर सरकार ने इसरानी कमेटी बना दी है। अब गुर्जरों को कमेटी के सामने ही अपनी शिकायतें और मांग रखनी चाहिए। इसमें अब सरकार कुछ नहीं कर सकती। कमेटी ही पूरे प्रकरण की सुनवाई करेगी। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 9:45:11 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dausa/21042010/dausa-news/104891.htmlबैंसला का ऎलान, जारी रहेगा पडाव 21 अप्रैल 2010, 23:05 hrs IST सिकन्दरा(दौसा)। सिकन्दरा चौराहे पर मंगलवार को महापडाव को संबोघित करते हुए गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैंसला ने सरकार द्वारा मांगें नहीं मानने तक पडाव जारी रखने का ऎलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार आरक्षण देने की समय सीमा तय करे। तब बात आगे बढे। कर्नल सरकार के साथ बातचीत के बाद सोमवार व मंगलवार की दरम्यानी रात सिकन्दरा की पटेलों की ढाणी पहुंचे और इसके बाद मंगलवार दोपहर को सिकन्दरा चौराहे पर चल रहे पडाव स्थल पर समाज को सरकार के साथ हुई बातचीत का ब्यौरा दिया। पडाव स्थल पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। बैंसला ने पत्रकारों से भी बातचीत की। उन्होने उम्मीद जताई कि जल्द ही समस्या का हल निकाल लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार के साथ तीन दिन तक सौहार्दपूर्ण वार्ता हुई। उन्होंने कहा कि वार्ता के लिए सरकार कभी भी बुला सकती है, वार्ता अभी टूटी नहीं है। उन्होंने नौकरियों में आयु सीमा में छूट देने पर सरकार का आभार जताया और कहा कि अभी तक की बातचीत से लग रहा है कि सरकार आरक्षण मसले का शीघ्र हल निकालने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने समाज के लोगों से पडाव स्थल पर संख्या बढाने का आह्वान किया और कहा कि वे समाज को आरक्षण दिलाकर ही दम लेंगे, चाहे इसमें उनकी जान ही क्यों ना चली जाए। उन्होंने कहा कि आरक्षण के लिए गुर्जर समाज लम्बे समय तक इंतजार नहीं कर सकता, मामला न्यायालय में विचाराधीन है। हम कोर्ट से भी अनुरोध करेंगे। समय पर आरक्षण नहीं मिलता है तो वह किस काम का। समिति के प्रवक्ता डा. रूपसिंह ने कहा कि सरकार बार-बार वार्ता कर कमेटियां बनाकार मामले को लम्बित करती है। इस बार यह अन्तिम लडाई है। समिति के सह संयोजक कैप्टन हरप्रसाद ने कहा कि सरकार से वार्ता के लिए कई बार जयपुर गए, लेकिन गुमराह कर भेज दिया गया। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 9:48:51 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/dausa/22042010/dausha-news/105177.htmlदुकान बंद करा वाहन रोके 22 अप्रैल 2010, 21:49 hrs IST सिकन्दरा । सिकन्दरा चौराहे पर बुधवार को कुछ आन्दोलनकारियों ने सिकन्दरा कस्बे का बाजार बंद करा दिया। चौराहे से दुपहिया व अन्य निजी छोटे चौपहिया वाहनों को भी नहीं निकलने दिया। बाद में आरक्षण संघर्ष समिति के सहसंयोजक कैप्टन हरप्रसाद व उमरावसिंह डोई सहित समाज के अन्य पंच-पटलों की समझाइश के बाद बाजार खोला गया। इधर, कर्नल किरोडीसिंह बैंसला मंगलवार देर रात्रि हिण्डोन सिटी अपने निवास के लिए रवाना हो गए। बुधवार को बैंसला पूरे दिन पडाव स्थल पर नहीं पहंुचे। प्रात: आन्दोलनकारी युवा उग्र हो गए और सिकन्दरा कस्बे में पहंुचे और दुकानें बंद कराना शुरू कर दिया। यह देख व्यापारियों में हडकम्प मच गया और उन्होंने स्वयं ही दुकानें बंद कर दी। इसके बाद आन्दोलनकारियों ने सिकन्दरा चौराहे से निकलने वाले वाहनों को लौटा दिया। पडाव स्थल पर अभी भी गुर्जर जमे हुए हैं। वहीं क्षेत्र में दिनभर जाम की अफवाहों का दौरा चलता रहा। वहीं सिकन्दरा चौराहे पर स्थित थार ग्रामीण बैंक की शाखा पडाव के दिन से ही बंद चली रही है। इससे लोगों के बैंक से जुडे आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हंै। पुलिस प्रशासन के अधिकारी चाक-चौबन्द होकर पडाव स्थल से करीब पांच किलोमीटर दूर दुब्बी चौकी पर अतिरिक्त जाप्ते के साथ हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं । Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 10:01:34 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/sikar/21042010/sikar-news/105114.htmlगुर्जर बदल सकते हैं रणनीति -पेचल 21 अप्रैल 2010, 05:19 hrs IST अजीतगढ। अजीतगढ के समीप त्रिवेणी मोड पर गुर्जर महापडाव को संबोघित करते हुए राजस्थान गुर्जर आरक्षण के उदलसिंह पेचल ने कहा कि सरकार गुर्जरों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। गुर्जर समाज गुमराह नहीं होगा और हम कभी भी अपनी रणनीति बदल सकते हैं।इस अवसर पर विश्व गुर्जर महापरिषद के वीरसिंह पहलवान ने कहा कि फिलहाल शांतिपूर्वक आन्दोलन करके छोटे-छोटे पडाव डाल रहे है। आवश्यकता पडने पर ये पडाव महापडाव में बदल जाएंगे। आरक्षण को लेकर समाज में कोई मतभेद नहीं है। पूरा समाज बैंसला के साथ है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 10:11:33 GMT 5.5
www.dainiknavajyoti.com/hindi/news_details.php?newsid=987अचानक बैंसला गए सिकन्दरा Thursday, 22 April | 10:09:55 IST जयपुर। गुर्जरों को विशेष पिछडा वर्ग में 5 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछले तीन दिन से जयपुर में वार्ता कर रहे कर्नल किरोडी सिंह बैसला कल सुबह बिना किसी को कुछ बताए सिकन्दरा चले गए। इसी के साथ पिछले तीन दिन तक चली वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला। उधर कर्नल के यूं चले जाने के बाद राज्य सरकार सकते में है। सिकंदरा पहुंचे बैसला ने कहा कि जब तक सरकार और गुर्जरों की वार्ता के कोई ठोस नतीजे सामने नही आ जाते तब तक सिकंदरा चौराहे पर महापडाव जारी रहेगा। गुर्जर आरक्षण मसले पर हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित कमेटी गुरूवार को सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत करेगी। मंगलवार को कमेटी की पहली बैठक के बाद अध्यक्ष जस्टिस आईएस इसरानी ने कहा कि अगली बैठक में सरकार का पक्ष सुना जाएगा। कमेटी के सामने मुख्य मुद्दा गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का है। प्रयास यह रहेगा कि गुर्जरों की मांग भी पूरी हो जाए और सरकार को भी इसे लागू करने में कोई कानूनी अडचने का सामना न करना पडे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 10:17:21 GMT 5.5
in.jagran.yahoo.com/news/local/rajasthan/4_9_6356764.htmlगुर्जर नेताओं की उम्मीद बरकरार Apr 22, 01:22 am जयपुर, जासंकें : सरकार से वार्ता टूटने के बाद सिकंदरा में महापड़ाव डाले गुर्जरों में असमंजस बढ़ता जा रहा है। गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने बृहस्पतिवार को फिर पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग उठाई और कहा कि सरकार उन्हें शीघ्र इसकी समय सीमा बताए। शासन सचिवालय में आज प्रस्तावित केबिनेट बैठक भी स्थगित हो गई है। इसमें गुर्जर आरक्षण मुद्दा उठने की संभावना थी। पूर्व में भी दो बार घोषणा के बावजूद अचानक केबिनेट बैठक स्थगित हो चुकी है। Attachments:
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Post by dipakgurjar on Apr 22, 2010 10:24:19 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/04/21/471502-895124.htmlजारी रहेगा महापड़ाव : बैसला Wednesday, Apr 21st, 2010, 2:39 am [IST] भास्कर न्यूज & सिकंदरा सरकार के साथ चल रही वार्ता में गतिरोध आने के बाद मंगलवार सुबह सिकंदरा लौटे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैसला ने यहां चौराहे पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सिकंदरा में महापड़ाव जारी रहेगा। सरकार इस मुद्दे पर फैसलाकर न्याय करें अन्यथा हम यहां से हटने वाले नहीं। सुबह जयपुर से सिकंदरा पहुंचे कर्नल बैसला ने दोपहर को चौराहे पर उपस्थित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मुद्दे के समाधान का मानस बनाकर वार्ता के लिए गया था। सरकार 5 प्रतिशत आरक्षण देने को प्रतिबद्ध है, लेकिन मैंने इसके लिए समय सीमा मांगी है। हम अब और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते। हम 8 साल से इस मामले को लेकर लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सारा मुद्दा नौकरियों का है, जब हमें नौकरी ही नहीं मिली तो आरक्षण का हम क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि वार्ता के दौरान वहां मौजूद साथियों से पूछकर ही कोई कदम उठाया है, और अब भी जब तक किसी भी मामले पर हस्ताक्षर उस समय तक नहीं करूंगा जब तक कि एक—एक बिंदू क्लीयर नहीं कर देता। बैसला ने कहा कि मुझे आपके सहयोग की आवश्यकता है, आप लोग मुझे हिम्मत दें। उन्होंने कहा कि समाज के किसी व्यक्ति को बिना खरोंच आए लाभ मिले तो इसका फायदा है। सभा के अंत में बैसला ने कहा कि मेरे जीवन का अंतिम मोड़ है। इसे सफल बनाएं। सभा को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष हरप्रसाद तंवर ने कहा कि सरकार यदि साफ मन से देना चाहे तो उसके पास बहुत तरीके हैं। सभा को संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूपसिंह, गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष मनफूलसिंह तूंगड, जयपुर नगर निगम की पूर्व महापौर शील धाबाई, गुर्जर नेत्री अलकासिंह, गुर्जर राष्ट्रीय महापरिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमरावसिंह डोई व एडवोकेट अतरसिंह सहित अन्य ने संबोधित किया। Attachments:
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