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Post by dipakgurjar on May 5, 2010 9:38:43 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/bharatpur/05052010/bharatpur-news/110160.htmlअब मदनपुर में महापडाव 05 मई 2010, 23:23 hrs IST बयाना। विशेष आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जरों ने अब महरावर से हटकर मदनपुर में महापडाव शुरू किया है। सोमवार को महरावर में आयोजित महापंचायत में महरावर की बजाय मदनपुर में महापडाव शुरू करने की घोषणा की गई थी। इस घोषणा के अनुसार गुर्जरों ने सोमवार रात को ही महरावर से तम्बू हटाकर मदनपुर में गाड दिए। मंगलवार दोपहर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोडीसिंह बैंसला मदनपुर के महापडाव स्थल पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दोहराया कि सरकार कोई सकारात्मक प्रस्ताव लाती है तो उसका स्वागत है। अब अगर बात होगी तो वह यहीं होगी। हम वार्ता के लिए जयपुर नहीं जाएंगे। गौरतलब है कि सोमवार को हुई महरावर महापंचायत में कर्नल बैंसला ने सरकार को बुधवार दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया हुआ है। वहीं, बैंसला के साथ मौजूद गुर्जर नेता महेन्द्रसिंह खेडला व बंटी उ“ौन ने कहा कि बुधवार दोपहर तक सरकार की ओर से सकारात्मक जबाब नहीं आता है तो आंदोलन उग्र होगा।महापडाव में लोगों के बढने का क्रम शाम तक जारी रहा। पडावस्थल पर समाज के लोगों की ओर से छाया-पानी की व्यवस्था की गई है। मंगलवार तीसरे पहर एसडीएम के.एम.शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश चौधरी तथा तहसीलदार पी.सी.धामाणी ने पडावस्थल का जायजा लिया। महापडाव स्थल पर सरकार की ओर से प्रतिनिघि आने की भी चर्चा रही। मदनपुर में भजन-कीर्तन मदनपुर के राजकीय विद्यालय के निकट एक खेत में पांडाल लगाकर बैठे गुर्जरों ने भजन-कीर्तन शुरू किया है।मंगलवार को मदनपुर की कीर्तन मंडली ने आरक्षण को लेकर कर्नल बैंसला तथा उनकी टीम द्वारा पाटौली, पीलूपुरा में किए आंदोलनों का वर्णन किया। बसों का संचालन दूसरे दिन भी बंद गुर्जर आरक्षण आंदोलन की संभावना को लेकर मंगलवार को भी रोडवेज प्रशासन ने बयाना-हिण्डौन तथा धौलपुर मार्ग पर बसों का संचालन बंद रखा। बसें नहीं चलने से इन मार्गों पर यात्रियों को परेशानी उठानी पडी। स्थानीय रोडवेज बस स्टैंड प्रभारी के अनुसार मंगलवार को एहतियातन बसों का संचालन बंद रखा गया। इसके अलावा सुबह दस बजे बाद भरतपुर मार्ग पर बसों का संचालन शुरू हो पाया। वहीं, भुसावर मार्ग पर भी बसों का संचालन कम रहा। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 5, 2010 10:21:49 GMT 5.5
www.bhaskar.com/2010/05/05/today-on-the-streets-can-come-gujjar-increased-surveillance-938740.htmlWednesday, May 5th, 2010, 1:40 am [IST] आज सड़कों पर आ सकते हैं गुर्जर भास्कर नेटवर्क जयपुर/भरतपुर. विशेष पिछड़ा वर्ग का आरक्षण लागू करने की मांग कर रहे गुर्जरों और सरकार में बुधवार से एक बार फिर टकराव की नौबत आ सकती है। सरकार की ओर से मंगलवार को गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला को बातचीत के लिए जयपुर बुलाने के प्रयास विफल रहे। बैसला ने करौली कलेक्टर नीरज के. पवन को साफ कहा कि सरकार को बात करनी है तो वह मदनपुर आए, नहीं तो बुधवार से राज्य में व्यवस्था ठप कर देंगे। उधर, गृहमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कमेटी बातचीत के लिए मदनपुर नहीं जाएगी। हालांकि इससे पहले करौली कलेक्टर से सरकार ने बैसला के पास वार्ता के बिंदु भी भेजे थे। इस बीच मदनपुर में गुर्जरों का जमावड़ा शुरू हो गया है। आंदोलनकारी मदनपुर में ऐसी जगह बैठे हैं जहां से रेल ट्रैक दो किमी की दूरी पर है। यदि आंदोलन तेज करना पड़ा तो वे आसानी से ट्रैक पर कब्जा कर सकते हैं। रेलवे ट्रैक रोकने की आशंका के मद्देनजर एक एसटीएफ की कंपनी तैनात की गई है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है। मंगलवार को करौली कलेक्टर और एसपी ने सूरौठ थाने में बैठकर मदनपुर पड़ाव की स्थिति का जायजा लिया। उधर, बैसला ने भाजपा के सभी पदों से इस्तीफे की जानकारी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी को दे दी है। चार कार्यपालक मजिस्ट्रेट लगाए गुर्जर आंदोलन को देखते हुए राज्य सरकार ने मंगलवार को आरएएस रामकिशन सोनी, महेन्द्र कुमार खींची, सुखवीर सैनी और सत्तार खान को दौसा में कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। इन्हें तुरंत दौसा कलेक्टर को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। दोनों तरफ बैठकों का दौर गुर्जर आंदोलन को देखते हुए मंगलवार को एक तरफ जहां प्रशासनिक अधिकारी बैठकों में जुटे रहे तो वहीं दूसरी तरफ गुर्जर नेता अपनी रणनीति बनाते रहे। उधर, बैसला को बातचीत के लिए राजी करने के लिए करौली और भरतपुर कलेक्टर देर रात तक उनसे संपर्क में थे। देर शाम भरतपुर कलेक्टर हेमंत गेरा व एसपी नवज्योति बयाना पहुंचे और अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने मदनपुरा के हालातों की जानकारी ली। कैबिनेट, कलेक्टर कॉन्फ्रेंस टली आंदोलन को देखते हुए बुधवार को प्रस्तावित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक टालने के साथ ही 6 और 7 मई को होने वाली कलेक्टर कॉन्फ्रेंस भी स्थगित कर दी गई है। कॉन्फ्रेंस के लिए अभी अगली तारीख तय नहीं की गई है। इसे स्थगित करने के पीछे ज्यादातर कलेक्टरों का कानून व्यवस्था में व्यस्त रहना बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में राज्य में अकाल, पानी, बिजली और कानून व्यवस्था समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की जानी थी। बातचीत के सरकारी बिंदु - भर्तियां दो माह रोकी जा सकती हैं। - हाई कोर्ट में जल्द सुनवाई की अर्जी लगाई है। प्रभावी पैरवी का प्रयास। - सरकार 5% बैकलॉग रख सकती है। - हाई कोर्ट ने कानून निरस्त किया तो महाराष्ट्र पैटर्न से आरक्षण पर विचार। (सूरौठ थाने में और हिंडौन में करौली कलेक्टर द्वारा दिया गया मौखिक प्रस्ताव) भर्तियों पर गुर्जरों के सवाल गुर्जरों का कहना है कि राज्य में पहले प्रशासनिक आदेश से ही आरक्षण मिल रहा था। भाजपा सरकार ने एससी, एसटी, ओबीसी को शामिल करते हुए एसबीसी और ईबीसी के लिए एक ही कानून बनाया था। उसके बाद प्रशासनिक आदेश खत्म हो गया था। जिसमें कुल आरक्षण 68% हो गया। हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है। फिर सरकार ने किस नियम और कानून के तहत गुर्जरों को ओबीसी में रखा और किस कानून के तहत भर्तियां कर रही है। मुख्यमंत्री ने की समीक्षा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार शाम गुर्जरों से बात करने के लिए बनी कमेटी के सदस्यों, पुलिस के अधिकारियों को बुलाकर कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 5, 2010 10:27:59 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/511163-939478.htmlWednesday,May 05,2010 01:28 [IST] + comment | +Share गुर्जर आज करेंगे व्यवस्था ठप Matrix News First Published 1:45[IST](05/05/2010) Last Updated (01:2//[IST]) भास्कर न्यूज & बयाना आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोग बुधवार की सुबह तक राज्य सरकार के निर्णय का इंतजार करेंगे और निर्णय गुर्जर समाज के हित में न हुआ तो दोपहर हर तरह की व्यवस्था ठप कर देंगे। इसके लिए मंगलवार को गुर्जर समाज के नेताओं ने रणनीति तैयार की। इससे पहले गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने मदनपुर गांव में महापड़ाव की शुरूआत कराते हुए साफ कहा कि आरक्षण के लिए दोपहर बाद हम कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने आंदोलन तेज के लिए तैयार रहने के निर्देश समाज के लोगों को दिए और कहा कि व्यवस्था ठप करने का जो निर्णय लिया जा चुका है, वह बदलेगा नहीं। सरकार की ओर से सकारात्मक रुख होता है तो उसका स्वागत है। वार्ता के बिना काम नहीं चलता, लेकिन फैसला जयपुर नहीं, अब यहीं होगा। ...शेष & पेज 10 इस मौके पर महेन्द्र खेड़ला ने कहा कि बुधवार की दोपहर बाद से आन्दोलन को तेज कर सम्पूर्ण प्रदेश में सरकारी कार्यालयों का कामकाज व आवागमन व सभी व्यवस्थाओं को ठप कर दिया जाएगा। गुर्जर नेता भूराभगत ने कहा कि सरकार का अभी तक गुर्जरों के प्रति सकारात्मक रूख नजर नहीं आता। यदि शीघ्र फैसला नहीं किया गया तो गुर्जर उग्र आंदोलन के लिए तैयार बैठा है। बंटी उच्चैन ने कहा कि बुधवार को दोपहर बाद से राजस्थान को जाम कर दिया जाएगा। इससे पूर्व महापड़ाव शुरू होने की घोषणा की गई। इसके लिए गुर्जर समाज के लोग महरावर से मदनपुर सुबह पहुंचे और जयकारों के बीच महापड़ाव पर बैठे। इसके बाद पड़ाव स्थल पर भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। इस मौके पर कैप्टन हरप्रसाद, कैप्टन जगराम, प्रहलाद खटाना, ऊदलसिंह पेंचला, ओम भड़ाना, फत्ते महरावर, प्रहलाद रसेरी,अतरूप करौली, सत्यपाल भिवाड़ी, जीतू तिघरिया, घनश्याम करौली, सुमरन कटकर आदि मौजूद थे। पुलिस फोर्स का जमावड़ा: पुलिस प्रशासन ने एतिहात के तौर पर पुलिस फोर्स का जमावड़ा कर लिया है, जिसके लिए 8 कम्पनी लगाई गई हैं। पता चला है कि 4 बॉर्डर होमगार्ड की तथा 4 आरएसी की कम्पनी जिले में आई हैं, जिनमें 4 कम्पनी बयाना तथा वैर, हलैना व उच्चैन क्षेत्र में एक-एक कम्पनी लगाई गई है। बाकी एक कम्पनी को भरतपुर मुख्यालय पर रखा गया है। गुर्जरों का सुन्दरावली में महापड़ाव नगर & आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोगों द्वारा ग्राम पंचायत सुन्दरावली स्थित हनुमान गढ़ी मंदिर पर महापड़ाव शुरू किया गया। मंगलवार को गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर समाज के लोग अध्यक्ष सीताराम रजाना के नेतृत्व में हनुमान गढ़ी मंदिर पर एकत्रित हुए। जहां उन्होंने आरक्षण के लिए एकजुटता का संकल्प दोहराया। तथा आगामी रणनीति बैसला के निर्देश पर तय करने का निर्णय लिया। ...शेष & पेज 10 इस मौके पर पार्षद अर्जुन सिंह, बृजलाल हवलदार, मुकट गुर्जर, शीशराम मौराका, राजवीर सिंह, हुकमसिंह, दाताराम, चतरो पहलवान, करतारसिंह, धारा सिंह, मुन्ना, केदार, नीरो पहलवान आदि मौजूद थे। भरतपुर. गुर्जर नेता रुपेंद्र सिंह बैसला ने समाज के लोगों से शांति पूर्वक आंदोलन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सरकार और गुर्जर प्रतिनिधियों के बीच बातचील चल रही है। पांच प्रतिशत आरक्षण के लिए मदनपुर में शुरू हुए महापड़ाव में अधिक से अधिक लोग शामिल हों। प्रशासन में बेचैनी बुधवार के आंदोलन को लेकर प्रशासन में खासी बेचैनी देखी जा रही है। मंगलवार को एसडीएम केएम शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश चौधरी, तहसीलदार पीसी धमांणी ने मदनपुर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। साथ ही मदनपुर तक पहुंचने के सभी रास्तों को देखा। ...शेष & पेज 10 इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। एसपी नवज्योति गोगई ने बताया कि स्थिति पर पूरी निगाह रखी जा रही है। पर्याप्त पुलिस जप्ता है। इसलिए बाहर से पुलिस फोर्स नहीं बुलाई गई है। आईजी मधुसूदन सिंह ने बताया कि जैसी स्थिति होगी, उससे निपटेंगे। कर्नल बैसला प्रबुद्ध व्यक्ति हैं। उम्मीद है कि वे ऐसे कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, जिससे जन साधारण को असुविधा हो। बयाना. गांव मदनपुर में महापड़ाव स्थल पर गुर्जर समाज के लोगों के साथ हुक्का पीते बैसला। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 5, 2010 15:11:58 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/c-10-1125302-941698.htmlWednesday,May 05,2010 13:57 [IST] मुख्यमंत्री गहलोत से मिले बैसला Giriraj Agrawal First Published 1:30[IST](05/05/2010) Last Updated (13:5//[IST]) मुख्यमंत्री से वार्ता को बताया सकारात्मक। कहा—आंदोलन के बारे में फैसला महापंचायत में जयपुर। विशेष आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बातचीत करने के बाद सरकार का संदेश लेकर बयाना लौट गए। मुख्यमंत्री निवास पर करीब 3 घंटे से ज्यादा चली बातचीत के बाद बैसला ने मीडिया से कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा कि आरक्षण तो हमें मिल गया है। उसे केवल लागू करना है, इसके लिए सरकार हाईकोर्ट में प्रभावी पैरवी करेगी। हमारी नौकरियों पर कोई संकट नहीं है। सरकार हमें नौकरियां देगी। आंदोलन के बारे में वे अपने साथियों से बातचीत करके ही कोई फैसला लेंगे। वे अभी सीधे बयाना जा रहे हैं। इस बातचीत में गुर्जरों की ओर से केवल कर्नल बैसला अकेले ही थे। जबकि सरकार की ओर से मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्रीमत पांडेय, प्रमुख विधि सचिव एस.एस. कोठारी समेत कई लोग शामिल हैं। हिंडौन से तड़के ही निकले बैसला बैसला हिंडौन से सुबह 5 बजे ही करौली कलेक्टर नीरज के. पवन के साथ बातचीत के लिए अकेले ही जयपुर रवाना हो गए। इस बारे में उन्होंने आंदोलन पर बैठे अन्य लोगों को भी सूचना नहीं दी। बाद में रास्ते से फोन पर ही कुछ लोगों को बताया कि वे वार्ता के लिए जयपुर जा रहे हैं। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 6, 2010 13:48:26 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/gujjar-protesters-the-government-has-finally-come-out-with-one-reservation-944809.htmlThursday, May 06, 2010 05:10 [IST] गुर्जर आंदोलन खत्म जयपुर/भरतपुर. प्रदेश के आंदोलनकारी गुर्जरों को सरकार ने आखिरकार आरक्षण दे ही दिया। उन्हें 1 प्रतिशत आरक्षण तो तुरंत मिलेगा, जबकि बाकी 4 प्रतिशत का बैकलॉग रखा जाएगा। सरकार से हुए इस लिखित समझौते के बाद आंदोलन की अगुवाई कर रहे कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला ने बुधवार को मदनपुर में आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा कर दी। सहमति के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बैसला सहित सभी गुर्जर नेताओं को आंदोलन की शांतिपूर्ण समाप्ति के लिए धन्यवाद दिया। इससे पहले बैसला ने महापंचायत में सरकार से हुए लिखित समझौते को पढ़कर सुनाया। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य एडवोकेट अतरसिंह ने बताया कि प्रदेश में जहां-जहां भी पड़ाव चल रहे हैं वे समाप्त कर दिए जाएंगे। बैसला सुबह करौली कलेक्टर नीरज के. पवन के साथ हिंडौन से अपने साथियों को बताए बिना ही जयपुर आ गए थे। यहां मुख्यमंत्री से उनकी करीब 4 घंटे बात हुई। इस दौरान कमेटी के सदस्य उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक, डॉ. जितेन्द्रसिंह भी मौजूद थे। पुलिस और प्रशासन रहे परेशान गुर्जरों के आंदोलन के उग्र होने की आशंका को देखते हुए पुलिस और प्रशासन दिनभर परेशान रहे। मदनपुर के पास बार- बार रेलवे ट्रैक का निरीक्षण किया गया। रेलवे स्टेशन डूमरिया और धाधरैन गांव के पास ट्रैक पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। सिकंदरा में बुधवार को भी हाईवे बंद रहा। पाली जिले में दिनभर कड़े बंदोबस्त रहे। महाराष्ट्र पैटर्न के अध्ययन के लिए टीम रवाना राज्य सरकार ने महाराष्ट्र पैटर्न के अध्ययन के लिए दो सदस्यीय टीम को मुंबई भेजा है। यह टीम वहां दो-तीन दिन रहेगी और अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। धारीवाल ही बने संकट मोचक बैसला सुबह 10.10 बजे मुख्यमंत्री निवास पहुंच गए थे। आरक्षण के मुद्दे पर उनकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. जितेन्द्रसिंह, उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक और अधिकारियों से चर्चा हुई। इस दौरान बैसला की तमाम शंकाओं का समाधान किया गया। लिखित समझौते के लिए संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल का इंतजार किया गया। धारीवाल करीब आधा घंटा देरी से दोपहर 1.15 बजे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। आधा घंटे वार्ता के बाद लिखित समझौता हो गया। गुर्जर नेताओं का धन्यवाद : मुख्यमंत्री लगातार संवाद बनाए रखने के कारण एक- दो घटनाओं को छोड़कर आंदोलन शांतिपूर्ण रहा और सद्भाव के साथ समाप्त हुआ। इसके लिए मैं कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला और अन्य समाजों के नेताओं को धन्यवाद देता हूं। पिछली सरकार के समय संवादहीनता और आंदोलनकारी नेताओं को लेकर की गई भड़काऊ बयानबाजी के कारण ही 70 लोग मारे गए थे। ऐसा ही व्यवहार रावला और घड़साना में किसानों के साथ हुआ। आज रावला और घड़साना में अंतिम छोर के किसानों को भी पानी मिल रहा है। हमने पहले भी भरोसा दिलाया था कि हाईकोर्ट की रोक के कारण सरकार के हाथ बंधे हैं। सरकार उनकी मांगों के पक्ष में है और अपने प्रयासों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। — अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री हमें सरकार ने अभी भरोसा दिलाया है। उसी भरोसे पर महापड़ाव खत्म किए हैं। जिस दिन वैधानिक तरीके से हमारा पांच प्रतिशत आरक्षण लागू होगा, उसी दिन से गुर्जर आंदोलन की समाप्ति समझी जाएगी। -डॉ. रूपसिंह, प्रवक्ता, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 6, 2010 13:52:35 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/c-10-1125430-941970.htmlWednesday,May 05,2010 19:03 [IST] गुर्जरों आंदोलन खत्म, आरक्षण पक्का, सरकार ने लिखित में दिया आरक्षण का भरोसा जयपुर . विशेष पिछड़ा वर्ग का आरक्षण लागू करवाने के लिए पिछले डेढ़ माह से आंदोलन कर रहे गुर्जरों का आरक्षण आखिर पक्का हो ही गया। सरकार ने गुर्जरों को लिखित में यह भरोसा दिलाया है कि यदि तीन माह में हाईकोर्ट से फैसला नहीं हुआ अथवा कोर्ट ने आरक्षण कानून निरस्त कर दिया तो 50 प्रतिशत के अंदर ही उन्हें 5 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। इसमें 1 प्रतिशत बचा हुआ और 4 प्रतिशत ओबीसी में से काटकर दे देंगे। जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रियों की कमेटी से बात करके लौटे बैसला ने मदनपुर महापंचायत में यह सरकार का यह लिखित समझौता पढ़कर सुनाया और आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। विशेष आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बातचीत करने के बाद सरकार का संदेश लेकर बयाना लौट गए। बताया जा रहा है कि वार्ता के दौरान बैसला को हाईकोर्र्ट से जल्दी फैसला करवाने के बारे में बताया गया और दो माह के लिए भर्तियां रोकने का भी भरोसा दिलाया गया है। इस बारे में बैसला को समझौते के बिंदुओं का ड्राफ्ट भी दिया गया है। मुख्यमंत्री निवास पर करीब 3 घंटे से ज्यादा चली बातचीत के बाद बैसला ने मीडिया से कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा कि आरक्षण तो हमें मिल गया है। उसे केवल लागू करना है, इसके लिए सरकार हाईकोर्ट में प्रभावी पैरवी करेगी। हमारी नौकरियों पर कोई संकट नहीं है। सरकार हमें नौकरियां देगी। आंदोलन के बारे में वे अपने साथियों से बातचीत करके ही कोई फैसला लेंगे। वे अभी सीधे बयाना जा रहे हैं। इस बातचीत में गुर्जरों की ओर से केवल कर्नल बैसला अकेले ही थे। जबकि सरकार की ओर से गृहमंत्री शांति धारीवाल, उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. जितेन्द्रसिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्रीमत पांडेय, प्रमुख विधि सचिव एस.एस. कोठारी समेत कई लोग शामिल हैं। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 6, 2010 14:05:19 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/bharatpur/06052010/bharatpur-news/110550.htmlतपती दुपहरी में कर्नल का इंतजार 06 मई 2010, 23:19 hrs IST मदनपुर (बयाना)। आरक्षण आंदोलन को लेकर मदनपुर में चल रहे महापडाव स्थल पर बुधवार को दिनभर कर्नल किरोडीसिंह बैसला का इंतजार रहा। उन्हें सुबह वहां पहुंचकर आंदोलन का निर्देशन देना था, दोपहर करीब बारह बजे पडावस्थल पर लोगों को कर्नल बैंसला के जयपुर वार्ता के लिए जाने की सूचना मिली तब वहां हजारों की तादाद में मौजूद गुर्जर समाज के लोगों ने बैंसला के इंतजार में तपती दुपहरी पडावस्थल पर ही बिताई।इस बीच भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा। बुधवार सुबह से ही गुर्जर समाज के लोग गांव मदनपुर के महापडाव में पहुंचने लग गए थे। दोपहर को सूचना आई कि कर्नल बैंसला को सरकार से सकारात्मक तथा समाज हित का संदेश मिला है तथा कर्नल जयपुर से सीधे पडावस्थल पर पहुंच रहे हैं। इस पर लोगों ने कर्नल के आने का इंतजार करना शुरू कर दिया। मौजूद गुर्जर नेताओं ने दोपहर में देवीसिंह ताली की अध्यक्षता में सभा शुरू कर दी। सभा में अधिकांश गुर्जर नेताओं ने शांति व अनुशासन बनाए रखने की अपील की। हालांकि कई वक्ताओं ने जोशीले अंदाज में पांच फीसदी आरक्षण का हक बताते हुए आरक्षण लेकर ही पडावस्थल से हटनेे की प्रतिबद्धता जताई। गुर्जर नेता अतरसिंह एडवोकेट ने आरक्षण को लेकर सरकार की अब तक की गई प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। सभा में महाराजसिंह ताली ने कहा कि आज अंतिम निर्णय लेना होगा तभी समाज को न्याय मिल पाएगा। सुमरन कटकर ने कहा कि कर्नल बैंसला के नेतृत्व में आंदोलन की मुहिम जारी रहेगी। प्रहलाद सूबेदार ने सरकार के पक्ष में बोलने वाले गुर्जर नेताओं को उलाहना देते हुए कहा कि ऎसे नेताओं को समय आने पर समाज सबक सिखाएगा। दीवान शेरगढ ने कहा कि जब तक आरक्षण नहीं मिलेगा सरकार को चैन से नहंीं बैठने देंगे। जयसिंह नगला तुला ने कहा कि देश और समाज के लिए मर मिटने वालों को शहीद कहा जाता है। सभा में सियाराम उपप्रधान,घनश्याम खटाना, जगनसिंह सूबेदार, विजयराम पूर्व सरपंच, मानसिंह अडडा मौजूद थे। सभा का संचालन श्रीराम बैंसला ने किया।पडावस्थल पर कर्नल की टीम के कैप्टेन हरप्रसाद तंवर, कैप्टेन जगराम, अतरसिंह एडवोकेट, श्रीराम बैंसला, भूरा भगत, अतरूप ताजपुर, ऊदलसिंह पैंचला, कैप्टेन भीमसिंह भी मौजूद थे। महापडाव खत्म होने पर मनाई खुशियां महापडाव समाप्ति की घोषणा के बाद गुर्जर नेताओं तथा सरकारी अधिकारियों ने बयाना आकर एक निजी बीएड कॉलेज में बैठक कर खुशियां मनाई। सभी ने एक-दूसरे का मिठाई खिला कर बधाई दी। इस बैठक भरतपुर व करौली के जिला कलक्टर हेमंत गेरा व नीरज के.पवन तथा एसपी भरतपुर नवज्योति गोगोई व करौली एसपी महेन्द्रसिंह के साथ बातचीत की। कर्नल के साथ कैप्टेन हरप्रसाद तंवर, श्रीराम बैंसला, बंटी उ"ौन तथा बयाना एसडीएम के.एम.शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश चौधरी, तहसीनदार पी.सी.धामाणी, थाना प्रभारी सुरेश यादव आदि मौजूद थे। विशेष पिछडा वर्ग में (एसबीसी) आरक्षण की मांग को लेकर पिछले करीब डेढ माह से गुर्जरों का चल रहा आंदोलन समाप्त हो गया। आंदोलन समाप्ति की घोषणा के साथ ही धाधरैन में मौजूद पुलिस व प्रशासन के अघिकारियों ने राहत महसूस की। सुरक्षा के रहे माकूल प्रबन्ध बयाना। गुर्जरों के बुधवार दोपहर तक के अल्टीमेटम को देखते हुए पुलिस व प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किए गए। उग्र आंदोलन के तहत रेलवेे ट्रेक उखाडने की संभावनाओं के चलते जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया था। जिला पुलिस अधीक्षक सुबह साढे नौ बजे ही बयाना पहुंच गए। दोपहर को जिला कलक्टर भी बयाना पहुंच गए थे इसके अलावा एडीएम अनिल वाष्र्णेय तथा एएसपी भरतलाल भी सुबह से यहां मौजूद रहे। धाधरैन पर एसडीएम, सीओ, सीओ सिटी, बयाना व वैर तहसीलदार पडाव डाले रहे। धाधरैन पर एसटीएफ व आरएसी के जवान तैनात रहे। इसके अलावा आरपीएफ व जीआरपी की ओर से डुमरिया, फतेहसिंह पुरा व समोगर पुल पर जवान तैनात किए गए थे।जैसे-जैसे दोपहर में पडावस्थल की ओर भीड बढती जा रही थी पुलिस प्रशासन की भी बैचेनी बढती जा रही थी। जैसे ही शाम करीब छह बजे कर्नल ने आंदोलन समाप्ति की घोषणा की पुलिस व प्रशासन के अघिकारियों व जवानों पर राहत के भाव उभर गए। शाम करीब छह बजे जैसे की कर्नल बैंसला की गाडी दिखी पडावस्थल पर मौजूद लोगों में जोश भर गया तथा पडावस्थल के आसपास बैठे लोग भी पांडाल की ओर दौड लिए। लोगों को करीब चौदह मिनट तक सम्बोघित करने के बाद कर्नल बैंसला अपने साथियों के साथ सीधे अपनी गाडी की ओर चल दिए। कर्नल बैंसला ने मीडियाकर्मियों से कम बातचीत की। कर्नल के सम्बोधन के बाद पांडाल में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर समर्थन किया तथा मंच व पांडाल से देवनारायण भगवान व कर्नल बैंसला के जयकारे गूंजने लगे। हालांकि पांडाल में मौजूद लोग कर्नल बैंसला द्वारा बताए समझौते को समझ ही नहीं पाए तथा कई कानाफूसी करते सुने गए। कर्नल के जाने के साथ ही भीड भी उठकर जाने लग गई। लोगों को करना पडा लम्बा इंतजार-पडावस्थल पर मौजूद लोगों को बैंसला के आने का लम्बा इंतजार करना पडा। तीसरे पहर एक-दो बार भीड में शोरशराबा भी हुआ। लिखित में भेजूंगा इस्तीफा पत्रकारों के सवाल पर कर्नल बैंसला ने कहा कि वह भाजपा को अपना लिखित में अपना इस्तीफा भेजेंगे। उन्होंने कहा कि वे अपना पूरा जीवन समाज सेवा के लिए गुजारेंगे जिसमें समाज के ब"ाों को अच्छी शिक्षा के लिए शैक्षिक संस्थान खुलवाने आदि का विचार है। 4 बजे से बढने लगी बेचेनी कर्नल बैसला की इंतजारी को लेकर शाम चार बजे बाद लोगों की बैचेनी बढ गई। सभा के दौरान आसपास के घरों में महिलाएं भी समूहों में बैठकर सभा में होने वाली बातों को सुनती रहीं। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 6, 2010 14:08:00 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/tonk/06052010/tonk-news/110415.htmlउठा गुर्जरों का पडाव, मिली राहत 06 मई 2010, 22:02 hrs IST निवाई। बैँसला का संदेश मिलने के बाद गुर्जर आरक्षण आन्दोलनकारियों ने बुधवार रात साढे नौ बजे अपना पडाव उठा दिया तथा रात को ही जयकारे लगाते हुए घरों को लौट गए। आंदोलन समाप्त होने की घोषणा के साथ ही प्रशासन और आम लोगों ने राहत की सांस ली। इससे पूर्व रास्ता जाम करने की आशंकाओं के चलते बुधवार को यहां भारी पुलिस बल के साथ जिले के आला पुलिस अघिकारी दिनभर गश्त करते रहे। टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि आन्दोलनकारियों की ओर से अप्रिय घटनाओं की सम्भावनाओं को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मालपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह मीणा, पुलिस उपाधीक्षक एससीएसटी सेल नरसी मीणा, टोंक उपाधीक्षक निर्मल सिंह, निवाई उपाधीक्षक अनुकृति उ"ौनिया के नेतृत्व में अलग-अलग टुकडियों ने जयपुर-टोंक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित निवाई से गुजरने वाले विभिन्न सडक मार्गो पर निगाह रखी। निवाई एसडीएम कैलाश नारायण मीणा भी दिनभर कानून व्यवस्था का जायजा लेने में व्यस्त रहे। निवाई के वीर गुर्जर छात्रावास में दिनभर गुर्जर समाज के लोगों की भारी संख्या में आवाजाही बनी रही। गुर्जर महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुर्जर ने बताया कि आरक्षण आन्दोलन के अगुवा कर्नल किरोडी सिंह बैंसला के आदेशों के अनुसार ही अब आगे की रणनीति बनाई जाएगी। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 7, 2010 10:18:56 GMT 5.5
www.bhaskar.com/article/c-10-1125776-945125.htmlThursday,May 06,2010 12:52 [IST] सिकंदरा में गुर्जरों ने खत्म नहीं किया महापड़ाव बैसला को बुलाने की मांग पर अड़े गुर्जर। हाइवे पर जमे बैठे हैं गुर्जर। चौराहे से जाने वाले चारों मार्ग जाम। जयपुर। आरक्षण को लेकर बैसला से समझौता होने के बाद भी सिकंदरा में बैठे गुर्जरों ने अभी महापड़ाव खत्म नहीं किया है। यहां सिकंदरा चौराहे पर बैठे गुर्जर बुधवार शाम से ही गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ीसिंह बैसला को बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं। सिकंदरा में चौराहे पर बैठे गुर्जरों का कहना है कि जब तक कर्नल बैसला खुद आकर यहां समझौते की जानकारी नहीं देंगे, तब तक महापड़ाव खत्म नहीं किया जाएगा। इस पड़ाव पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। नेतृत्वविहीन भीड़ : सिकंदरा चौराहे पर बैठी भीड़ नेतृत्वविहीन होती जा रही है। अब तक यहां का नेतृत्व संभाल रहे लोगों ने नेतृत्व से दूरी बना ली है। जबकि भीड़ का कहना है कि बैसला बुधवार को मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद उनका अपमान करते हुए उनसे मिले बिना ही सीधे निकल गए और मदनपुर में जाकर आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी। अपने आप खत्म हो जाएगा पड़ाव : कर्नल बैसला ने कहा कि वे आंदोलन समाप्त कर चुके हैं। सिकंदरा का महापड़ाव भी अपने आप खत्म हो जाएगा। विरोधीपक्ष के कुछ लोग वहां बैठे हैं जो बाद में स्वत: ही चले जाएंगे। Attachments:
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Post by dipakgurjar on May 7, 2010 10:28:18 GMT 5.5
www.rajasthanpatrika.com/city-news/bharatpur/07052010/bharatpur-news/110829.htmlजयपुर सफर अब भी टेढा 07 मई 2010, 21:57 hrs IST भरतपुर। गुर्जरों का चल रहा महापडाव खत्म तो हो गया है, लेकिन गुरूवार को आगरा-जयपुर मार्ग पर चलने वाली रोडवेज बसें पूर्व के वैकल्पिक मार्ग से ही चली।भरतपुर डिपो प्रबंधक प्रेमदास ने बताया कि गुर्जर महापडाव के खत्म होने की सूचना के बाद भी गुरूवार को सुबह बसों को रवाना किया गया। लेकिन बसों के संचालन को सिकन्दरा से पहले ही रोककर वैकल्पिक मार्ग से गुजारा गया। उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर चलने वाली करीब 24 बसें है। लेकिन गुर्जर आरक्षण के चलते गत 22 दिनोे से इनका संचालन प्रभावित चलने के कारण यात्री भार नहीं निकल पा रहा है। महापडाव के खत्म होने की सूचना पर सुबह बसों को सीधे मार्ग से जाने के लिए सुबह से दोपहर तक करीब 16 बसों को रवाना किया गया। लेकिन देर शाम तक बसें वैकल्पिक मार्ग से आने-जाने की सूचना दी गई है। Attachments:
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